एटा (जैथरा)
पति दूर परदेस में मजदूरी करता है, और पीछे से घर में बैठा जेठ उसकी इज्जत पर बुरी नजर डालता है… — यह पीड़ा है उस विवाहिता की, जिसने रिश्तों के गहरे जख्म झेलते हुए आखिरकार इंसाफ की गुहार लगाने का साहस जुटाया।
जैथरा नगर की रहने वाली पीड़िता ने आंखों में आंसू और दिल में डर समेटे थाने पहुंचकर बताया कि उसका जेठ पहले भी कई बार उसकी इज्ज़त पर हाथ डालने की कोशिश कर चुका है। कहता है — तेरे ऊपर ऊपरी चक्कर है, तू ठीक नहीं रहती… — और इन बातों से उसके पति को भी गुमराह करता रहा है।
पीड़िता का कहना है कि उसके दो छोटे बच्चे हैं। उनके भविष्य और खुद की अस्मत की हिफाजत के लिए वह अब चुप नहीं रह सकती। शुक्रवार की सुबह जब वह रोज की तरह कूड़ा फेंकने घर से बाहर निकली, तभी जेठ ने उसे अकेला पाकर जबरदस्ती करने की कोशिश की। मोबाइल फोन छीन कर ले गया।
लेकिन किस्मत ने साथ दिया। पीड़िता का शोर सुनकर पड़ोसी दौड़े और इज्जत बच गई, पर मन फिर भी लहूलुहान हो गया।
डरी, सहमी, पर हिम्मत न हारने वाली इस महिला ने अब न्याय की राह पकड़ी है। जैथरा थाने में तहरीर देकर उसने मांग की है कि उसे और उसके मासूम बच्चों को दरिंदगी से बचाया जाए।
थाना पुलिस ने मामले को गंभीर मानते हुए जांच शुरू कर दी है। उन्होंने पीड़िता को भरोसा दिलाया है कि दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
रिश्तों की आड़ में चल रही दरिंदगी को उजागर करने वाली यह घटना समाज के लिए एक आईना है।