लखनऊ । यूपी में पिछले कई दिनों से हिन्दू धर्म के धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस को लेकर विवाद ने तूल पकड़ा हुआ है। रामचरितमानस पर विवादित बयान देकर सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य संतों, कई नेताओं और हिन्दू संगठनों के निशाने पर हैं। विवादों के बाद भी सपा नेता मौर्य अपने बयान पर अडिग हैं।
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इस बीच सपा नेता मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उन साधु संतों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने की चुनौती दी है, जिन्होंने उनकी जीभ, नाक, सर और गला काटने के लिए ईनाम की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि सीएम योगी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के खिलाफ रासुका लगाना और मुकदमा दर्ज कराना चाहिए।
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सपा नेता प्रसाद ने कहा कि मैंने सिर्फ रामचरिमानस की कुछ पंक्तियों पर आपत्ति जताकर उन्हें हटाने की मांग की थी। मैंने यह बात सांविधानिक दायरे में रह कर की थी। मेरे खिलाफ एफआईआर इसकारण दर्ज हुई क्योंकि मैं पिछड़ा हूं, जबकि मेरे अंग काटने की सुपारी देने वाले साधु संतों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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