फिल्में टैक्स फ्री हो सकती हैं तो महाकुंभ यात्रियों के लिए टोल क्यों? बोले अखिलेश यादव

5 Min Read
फिल्में टैक्स फ्री हो सकती हैं तो महाकुंभ यात्रियों के लिए टोल क्यों? बोले अखिलेश यादव

आगरा: समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिल्ली विधानसभा चुनाव पर बयान देते हुए राजनीति और समाज के कई अहम मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने आगामी समय में इंडिया गठबंधन के मजबूत होने की बात की और चुनावी हार से सीखने की आवश्यकता पर जोर दिया। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने महाकुंभ में आने वाले यात्रियों के टोल टैक्स पर भी सवाल उठाए, जिस पर उनका बयान सुर्खियां बना है।

अखिलेश यादव ने कहा कि अगर फिल्में टैक्स फ्री हो सकती हैं, तो महाकुंभ में आने वाले यात्रियों के लिए टोल टैक्स क्यों नहीं माफ किया जा सकता? उन्होंने कहा, “अगर आप मनोरंजन के लिए फिल्मों को टैक्स फ्री कर सकते हैं तो महाकुंभ में आने वाले यात्रियों का टोल टैक्स भी फ्री करना चाहिए।”

उनका मानना है कि महाकुंभ जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक अवसर पर दूर-दूर से लाखों लोग एकत्रित होते हैं। विशेष रूप से अमावस्या के दिन, जब स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु संगम पहुंचते हैं, तो ऐसे में सरकार को महाकुंभ के यात्रियों को किसी भी प्रकार की आर्थिक बोझ से बचाना चाहिए। अखिलेश ने यह भी कहा कि वह स्वयं कई यात्रियों से मिले हैं जो हिमाचल प्रदेश समेत अन्य राज्यों से आए थे, और ऐसे में यात्रियों के लिए टोल टैक्स माफ किया जाना चाहिए।

महाकुंभ में अमावस्या के दिन हुई भगदड़ पर तंज

महाकुंभ में हाल ही में अमावस्या के दिन हुई भगदड़ पर अखिलेश यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “जो लोग करोड़ों की गिनती कर रहे हैं, वे ये क्यों नहीं बता पा रहे कि कितनी जानें गई हैं? लापता कितने लोग हैं?”

अखिलेश यादव ने सरकार पर सवाल उठाया कि जब सरकार ने 25 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान कर दिया है, तो फिर मौतों का आंकड़ा क्यों छिपाया जा रहा है? उन्होंने आगे कहा, “हमारे सामने कई ऐसे लोग आए हैं जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया है, और अब वे अपने प्रियजनों को तलाश रहे हैं।”

महाकुंभ में भगदड़ में 30 लोगों की मौत

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर लाखों लोग संगम में स्नान करने के लिए पहुंचे थे। मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को 1 से 2 बजे के बीच संगम नोज के पास भगदड़ मच गई। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस भगदड़ के चलते 30 लोगों की मौत हो गई थी और 60 अन्य घायल हो गए थे।

यह घटना महाकुंभ के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में दर्ज हो गई है, जहां प्रशासनिक व्यवस्थाओं की कमी और भीड़ नियंत्रण के अभाव ने कई जानें ले लीं। अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि इस मुद्दे को सुलझाने के बजाय सरकार सिर्फ आंकड़ों को छिपाने में लगी है।

टोल टैक्स और महाकुंभ का मुद्दा

अखिलेश यादव का कहना था कि जब फिल्में, जिन्हें सिर्फ मनोरंजन के रूप में देखा जाता है, टैक्‍स फ्री हो सकती हैं, तो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के महाकुंभ के लिए यात्रियों पर टोल टैक्स क्यों लगाया जा रहा है? उनकी यह बात सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बनी हुई है। इस बयान ने न केवल महाकुंभ यात्रा के महत्व को उजागर किया बल्कि सरकार के दृष्टिकोण पर भी सवाल खड़े किए।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का यह बयान महाकुंभ यात्रा के दौरान यात्रियों पर लगाए गए टोल टैक्स पर एक बड़ा सवाल उठाता है। साथ ही, उन्होंने भगदड़ में हुई मौतों और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की कमी पर भी गंभीर टिप्पणी की है। यह बयान यूपी में आगामी चुनावों और राज्य सरकार की कार्यशैली पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।

कुल मिलाकर, अखिलेश यादव ने धर्म, संस्कृति और मानवता के मूल्यों को सामने रखते हुए सरकार से मांग की है कि महाकुंभ के श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की आर्थिक परेशानी से बचाने के लिए टोल टैक्स माफ किया जाए और साथ ही भगदड़ जैसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की जाए।

 

 

 

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version