भारत की विरासत में डूब जाएं: ताज महोत्सव हुआ शुरू

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आगरा: ताज महोत्सव 2024 का शुभारंभ 17 फरवरी को मंत्री जयवीर सिंह और मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य की उपस्थिति में हुआ। इस 14 दिवसीय महोत्सव में कला, शिल्प और संस्कृति का संगम देखने को मिलेगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने ताज महोत्सव का फीता काटकर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव देश की विरासत और संस्कृति को दर्शाता है ।मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि यह महोत्सव अनेकता में एकता का प्रतीक है।

इस बार ताज महोत्सव में यमुना आरती का भी आयोजन किया जाएगा।

मंत्री जयवीर सिंह ने अपने संबोधन में कहा ताज महोत्सव पिछले 32 सालों से आयोजित किया जा रहा है।  इस बार महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के 400 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं।यूपी के ओडीओपी उत्पादों की भी स्टॉल लगाई गई हैं।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रयास है कि स्थानीय उत्पादों को बेहतर मार्केट प्लेटफार्म मिले।उन्होंने कहा कि यूपी सरकार विरासत के संरक्षण और संस्कृति को विदेश तक पहुंचाने का काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण विरासत के संरक्षण का एक उदाहरण है।उन्होंने कहा कि आगरा में भी यमुना आरती का आयोजन काशी और अयोध्या की तर्ज पर भव्य रूप से किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि यूपी सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है।

मंत्री बेबी रानी मौर्य ने अपने संबोधन में कहा ताज महोत्सव अनेकता में एकता का प्रतीक है। इस महोत्सव में विभिन्न राज्यों की संस्कृति का प्रदर्शन किया जा रहा है।

उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे स्टॉल पर जाकर खरीददारी करें और शिल्पियों को प्रोत्साहित करें।

उन्होंने कहा कि इस बार ताज महोत्सव बहुत भव्य है।

इस मौके पर मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी, जिलाधिकारी भानु चंद गोस्वामी और अन्य कई अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि गण उपस्थित रहे।

राम के बाद अब कन्हैया मानने वाले नहीं है : जयवीर सिंह

मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण के बाद अब काशी में नंदी बाबा ने भी अपना सींग हिलाया है। उन्होंने कहा कि जब रामजी का मंदिर बना तो कन्हैया कब मानने वाले हैं। उन्होंने कहा कि बृज का कायाकल्प कृष्ण के साथ होगा।

अनेकता में एकता का रूप है ताज महोत्सव : बेबी रानी मौर्य

मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि ताज महोत्सव अनेकता में एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में विभिन्न राज्यों की संस्कृति का प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे स्टॉल पर जाकर खरीददारी करें और शिल्पियों को प्रोत्साहित करें।

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