Agra News आगरा। प्रदेश की योगी सरकार ने अवैध निर्माणों को रोकने के लिये कड़े निर्देश जारी कर रखे हैं। इसके बावजूद भी रकाबगंज वार्ड में अवैध निर्माणों रुकने का नाम ले रहे हैं। अवर अभियंता और सुपरवाइजर की मिली भगत से रकाबगंज वार्ड में दर्जनों अवैध निर्माण बेखौफ होकर बन रहे हैं।
इसी तरह का एक प्रकरण रकाबगंज वार्ड से संबंधित है। जहाँ इस वार्ड के अंतर्गत चक्कीपाट में त्रिवेणी होटल के बराबर में रामबाबू द्वारा कमर्शियल कंपलेक्स औऱ होटल का निर्माण दिन- रात बेखौफ होकर धड़ल्ले से किया जा रहा है। अवैध निर्माणों पर कड़ी कार्यवाही पर एडीए के अधिकारी इस अवैध निर्माण पर आंखें बंद किये हुए हैं ।
अवैध निर्माणों पर कड़ी कार्रवाई करने वाले आगरा विकास प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारी जहाँ शहर की तंग गलियों में गरीब आदमी द्वारा छोटे- मोटे घर बनाने पर उसे सील कर देते है । वही छीपीटोला- बिजलीघर मुख्य मार्ग पर करीब 500 गज में अवैध तरीके से बनाये जा रहे इस कमर्शियल कंपलेक्स के अवैध निर्माण पर खामोश है।
अवैध तरीक़े से बन रहे इस कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के निर्माण से जहाँ मुख्यमंत्री के अवैध निर्माणों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देशों की धज्जियां उड़ रही हैं। वहीं प्राधिकरण के अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं ।
रकाबगंज वार्ड में अभियंता कार्रवाई करने की बजाय अवैध निर्माणों के संरक्षक बन गए हैं । यही कारण है कि
रकाबगंज वार्ड के अंतर्गत नार्थ ईदगाह कॉलोनी , मंटोला ,ओल्ड ईदगाह कॉलोनी, छीपीटोला ,बालूगंज ,बिजलीघर आदि क्षेत्र में करीब एक दर्जन अवैध निर्माण पर काम चल रहे हैं।
आगरा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एम. अरून्मोली इन दिनों अवैध निर्माणों को खिलाफ कड़े तेवर अपनाये हुए है। उन्होंने अवैध निर्माण रोकने में नाकाम अभियंता को समय- समय पर कड़ी चेतावनी दी है। इसके बाद भी एडीए उपाध्यक्ष के अवैध निर्माणों पर कड़ी कार्यवाही के
निर्देश रकाबगंज वार्ड में बेअसर साबित हो रहे हैं ।
विश्वनीय सूत्रों का कहना है क्षेत्रीय अभियंता और अवैध निर्माणकर्ता के बीच एक बड़ी डील हो गई है। जिसके चलते प्राधिकरण में तमाम लिखित और मौखिक शिकायतें होने के बाद भी इस अवैध निर्माण पर कोई कार्यवाही नही कर रहा है।
जब इस संबंध में रकाबगंज वार्ड के अवर अभियंता मोहम्मद यामीन से बात की गई तो वह कहते हैं मैंने इस अवैध निर्माण को रोकने के लिए नोटिस जारी कर किया है। जबकि प्राधिकरण के विश्वनीय सूत्रों का कहना है कि अभियंता ने कोई भी नोटिस जारी नहीं किया है।