आगरा की भावना टावर वेलफेयर रेजिडेंट सोसाइटी के निवासियों ने बिल्डर भगत सिंह बघेल के अवैध निर्माणों के खिलाफ साहस दिखाया। जब प्रशासन और अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो उन्होंने खुद बुलडोजर बुलाकर निर्माणों को तोड़वाया। बिल्डर ने धमकियों और दबाव का सामना किया, लेकिन सोसाइटी के लोग अब बिल्डर के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए तैयार हैं। यह संघर्ष प्रशासन की निष्क्रियता और बिल्डर के दबाव की ओर इशारा करता है।
आगरा। भावना टावर वेलफेयर रेजिडेंस सोसाइटी में रहने वाले 40 परिवार बिल्डर भगत सिंह बघेल के कारनामों से इतने परेशान हो गए कि उन्होंने बिल्डर द्वारा किए गए अवैध निर्माण को तुड़वाने के लिए शनिवार को बुलडोजर मंगवा लिया। अवैध निर्माण को तुड़वाने का काम शुरू कर दिया। सूचना मिलते ही भावना क्लार्क इन होटल के स्वामी एवं बिल्डर भगत सिंह बघेल अपने बाउंसर के साथ मौके पर पहुंचे। जहां सोसाइटी के लोगों को तरह-तरह की धमकी देने के साथ ही अवैध निर्माण को ना तुड़वाने का दबाव डाला। लेकिन सोसाइटी के लोग इतने परेशान थे कि उनके आक्रोश के चलते बिल्डर को मौके से गाड़ी में बैठकर भागना पड़ा।
इससे साफ हो गया कि जनता के आगे बिल्डर हो चाहे अधिकारी उसे मौके से भागना पड़ेगा। सोसाइटी के लोगों ने पहले आवास एवं विकास परिषद से शिकायत की लेकिन शिकायत अधिकारियों ने रद्दी की टोकरी में डालते हुए शिकायतकर्ताओं को जिलाधिकारी के द्वारा कार्रवाई करने की बात कह कर टरका दिया। ऐसा लगता है कि बिल्डर ने आवास विकास परिषद के अधिकारियों को नोटों की गड्डी देकर खरीद लिया हो।
कैलाशपुरी मोड पर बने होटल भावना क्लार्क इन के स्वामी एवं बिल्डर भगत सिंह बघेल द्वारा आवास विकास परिषद के स्वीकृत नक्शा के विपरीत कई अवैध निर्माण करवा लिए हैं। जिसके चलते होटल के पीछे रहने वाले 40 फ्लैट के स्वामी परेशान है। उनके द्वारा पिछले दिनों आवास विकास परिषद के अधिकारियों के अलावा जिलाधिकारी को शिकायती पत्र दिया। जिस पर परिषद के अधिकारियों ने बिल्डर को नोटिस देकर 7 दिन में अवैध निर्माण को हटाने का समय दिया। 7 दिन होने के बाद भी बिल्डर ने अवैध निर्माण को नहीं हटाया। जिसके चलते भावना टावर वेलफेयर रेजिडेंट सोसाइटी के लोग परेशान हो गए। सोसाइटी के द्वारा मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी शिकायत की गई। लेकिन यह शिकायत भी रद्दी की टोकरी में डाल दी गई।
जब सोसाइटी के लोगों की कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई तो शनिवार को उन्होंने बिल्डर द्वारा किए गए अवैध निर्माण को तुड़वाने के लिए स्वयं ही बुलडोजर बुला लिया। बीच रास्ते में बिल्डर द्वारा बनाए गए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को तुड़वाने का काम शुरू कर दिया। जिसकी सूचना जैसे ही बिल्डर को मिली बिल्डर अपने बाउंसर के साथ मौके पर पहुंचा गए। जहां सोसाइटी के लोगों के अनुसार बिल्डर ने गंदी-गंदी गालियों के साथ धमकी दी। सोसाइटी के लोगों ने उसकी धमकियों को दरकिनार करते हुए अवैध निर्माण को तुड़वाने का काम जारी रखा। जब सोसाइटी के लोग बहुत अधिक आक्रोशित हो गए तो बिल्डर भगत सिंह बघेल गाड़ी में बैठकर भाग निकले। सोसाइटी के लोगों का कहना है कि अब चाहे कुछ भी हो जाए बिल्डर द्वारा किए गए अवैध निर्माण को हर हालत में या तो आवास विकास परिषद के अधिकारी हटवायें या वह स्वयं हटवाने को मजबूर होंगे।
भावना वेलफेयर रेजिडेंट सोसाइटी के लोगों ने आरोप लगाया है कि बिल्डर द्वारा सोसाइटी के अंदर होटल का गैस सिलेंडर का गोदाम बना दिया है। जहां से होटल को पाइप लाइन के द्वारा गैस की सप्लाई की जाती है। जिससे कभी भी कोई गंभीर घटना हो सकती है। इसके अलावा सोसाइटी के आम रास्ते में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट टीन सेट डालकर बना दिया है। जिससे आम रास्ता अवरोध हो रहा है। अलावा इसके होटल के नक्शे में जो ओपन स्पेस दिखाया गया है उसे पर आठ कमर्शियल दुकान बिना नक्शा पास कराए बना दी है।
साथ ही उनका आरोप है कि सोसाइटी के नक्शे में दो रास्ते हैं। जिनमें से एक गेट को बंद कर दिया है। समिति के आम रास्ते में होटल के बोर्ड लगा दिए हैं। जिससे सोसाइटी में रहने वाले लोग परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
अब देखना होगा कि बिल्डर के आगे इसी तरह आवास एवं विकास परिषद के अधिकारी नतमस्तक होकर 40 प्लेट स्वामियों का उत्पीड़न करवाते रहेंगे। या फिर वाकई बिल्डर द्वारा किए गए अवैध निर्माण को परिषद के अधिकारी हटवाने का कार्य करेंगे। फिलहाल अब सोसाइटी में रहने वाले 40 परिवार बिल्डर से दो-दो हाथ करने को तैयार हैं।
मुख्यमंत्री पोर्टल की शिकायत भी हो गई बेकार
भले ही मुख्यमंत्री पोर्टल पर आने वाली शिकायतों के निदान के लिए प्रशासन से लेकर पुलिस के अधिकारी शिकायतकर्ता की शिकायत का समाधान करने के लिए उसके घर तक दस्तक दे रहे हो। लेकिन भावना टावर वेलफेयर रेजिडेंट सोसाइटी की शिकायत पर कोई आज तक कार्रवाई नहीं हुई। बल्कि आवास विकास परिषद के अधिकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी गुमराह करने में लगे हुए हैं। इससे साफ होता है की परिषद के अधिकारी कहीं ना कहीं बिल्डर के दबाव में काम करने को मजबूर हैं।
बिल्डर करता है परिषद के अधिकारियों को खरीदने का दावा
सूत्रों की माने तो जब भावना टावर वेलफेयर रेजिडेंट सोसाइटी के कुछ मेंबरों की बिल्डर के साथ इस मामले को निपटने के लिए बैठक हुई। मीटिंग में बिल्डर ने मेंबरों से कहा कि मेरा आप कुछ नहीं बिगाड़ सकते हो, ना मेरे द्वारा किए गए अवैध निर्माण को तुड़वा सकते हो, क्योंकि मैं जब अवैध निर्माण करवाया था तब आवास विकास परिषद के तत्कालीन अधिकारियों को खरीद लिया था। जिसके चलते कोई भी अधिकारी मेरे रसूक के आगे नहीं आएगा। और यदि कोई अधिकारी कार्रवाई करेगा तो उसको फिर में खरीद लूंगा।
बिल्डर ने दी सोसाइटी के निवासियों को धमकी
मौके पर जब अवैध निर्माण की तोड़फोड़ चल रही थी तो बिल्डर भगत सिंह बघेल ने सोसाइटी के लोगों को देख लेने की धमकी दी। सोसाइटी के लोग आक्रोशित हो गए। बिल्डर के आगे गोली मारने की कहने लगे। मामला बढ़ते देख बिल्डर भगत सिंह बघेल गाड़ी की ओर बढ़ते हुए मौके से भाग निकले।
फिर मिलेंगे सोसाइटी के लोग डीएम से
सोमवार को भावना वेलफेयर रेजिडेंस सोसाइटी का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी महोदय से बिल्डर की दबंगई को लेकर मुलाकात करेगा। मुलाकात के दौरान बिल्डर द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए दो दिन का समय दिया जाएगा उसके बाद स्वयं सोसाइटी के लोग ही अवैध निर्माण को तुड़वा देंगे।
भावना अरोमा कॉलोनी के निवासी भी बुलाएंगे बुलडोजर
बिल्डर भगत सिंह बघेल द्वारा इसी तरह शास्त्रीपुरम में भवना अरोमा कॉलोनी बनाई गई है। इसमें भी आगरा विकास प्राधिकरण के स्वीकृत नक्शे के विपरीत बिल्डर द्वारा कई अवैध निर्माण करवा दिए हैं। जिनको लेकर कॉलोनी के निवासी आक्रोशित हैं। कॉलोनी निवासियों ने कहा कि अब भगत सिंह बघेल बिल्डर के द्वारा किए गए अवैध निर्माणों पर व स्वयं ही बुलडोजर चलाएंगे। क्योंकि उनके द्वारा आगरा विकास प्राधिकरण के अलावा मुख्यमंत्री कार्यालय तक शिकायत की गई। लेकिन बिल्डर के आगे सभी शिकायतें रद्दी की टोकरी में डाल दी गई।