किरावली पुलिस ने गंभीर मामले को मामूली NCR में निपटाया, संचालक अब दे रहा उल्टे मुकदमे की धमकी
आगरा। शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाला मामला थाना किरावली क्षेत्र के अछनेरा–धनौली रोड स्थित एक कोचिंग संस्थान से सामने आया है, जहां सैनिक व मिलिट्री स्कूल परीक्षा की तैयारी कर रहे 10 वर्षीय छात्र को कोचिंग संचालक ने बर्बरता से पीट दिया। पिता से शिकायत करने पर बच्चे को दोबारा मारा गया,छात्र की कमर और पैरों पर चोट के नीले निशान और घाव बने हुए हैं,जिससे वह सहमकर चुप्पी साध गया।घर पहुंच अपनी मां से लिपट कर रो रो कर पूरी घटना बताई है।
भरतपुर (राजस्थान) के ग्राम बछामदी निवासी देवेन्द्र सिंह का पुत्र लक्ष्य कुन्तल कोचिंग के हॉस्टल में रहकर कक्षा पांच की पढ़ाई के साथ सैनिक स्कूल की तैयारी कर रहा था। परिजनों के अनुसार, 3 अक्टूबर की रात करीब 9 बजे कोचिंग संचालक, जो थाना सिकंदरा क्षेत्र का निवासी है, ने बच्चे की मामूली गलती पर बेरहमी से पिटाई की।अगले दिन यानी 4 अक्टूबर को जब पिता छुट्टी के दिन बेटे को घर लाए, तो कपड़े बदलते वक्त मां ने देखा कि बच्चे की कमर, घुटनों और पीठ पर गहरी चोटें व नीले निशान हैं। बच्चे के रो-रोकर बताने पर पूरा परिवार दंग रह गया।देवेन्द्र सिंह ने तत्काल किरावली थाने में लिखित शिकायत दी और बच्चे का चिकित्सीय परीक्षण कराते हुए आरोपी संचालक के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से किरावली पुलिस ने सिर्फ NCR दर्ज कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया।पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए कोचिंग संचालक अब उल्टा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दे रहा है। वह आरोप लगा रहा है कि छात्रा से बच्चे ने अभद्र व्यवहार किया था। पर सवाल यह उठता है कि यदि ऐसा था, तो 10 वर्षीय बच्चे को इतनी क्रूरता से क्यों पीटा गया और परिजनों को तत्काल सूचना क्यों नहीं दी गई?फिलहाल बच्चा डर और सदमे की स्थिति में है, उसके हाथ-पैर कांपते रहते हैं और पढ़ाई पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं कि इस अमानवीय कृत्य के आरोपी कोचिंग संचालक पर सख्त कार्रवाई हो, ताकि शिक्षा संस्थानों की गरिमा और बच्चों की सुरक्षा बनी रहे।