अछनेरा पुलिस ने 20 दिन पहले हुई घटना में कार्रवाई की नहीं समझी जरूरत
दबंगों के दवाब में पीड़ित की फरियाद को कर दिया दरकिनार
किरावली। प्रदेश सरकार सबका साथ-सबका विकास एवं सभी का विश्वास का नारा देती है। दलितों को मुख्यधारा में लाने के लिए तमाम दावे किए जाते हैं। थाना और चौकियों में उनकी शिकायतों पर तत्काल प्रभाव से सुनवाई के निर्देश हैं, इसके बावजूद आगरा जनपद में पुलिस का रवैया नहीं सुधर रहा। थानों पर दबंगों की तूती बोलती है, जबकि पीड़ित दलितों को कार्रवाई का भय दिखाया जाता है।
बताया जाता है कि सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो ने अछनेरा पुलिस की कार्यप्रणाली की कलई खोल कर रख दी। वायरल वीडियो गांव बबरौद का बताया जा रहा है। इस वीडियो को जिसने भी देखा, हैरत में पड़ गया। बताया जा रहा है कि गांव के ही दलित युवक संजय पुत्र दीपचंद के साथ दबंग नीरज पुत्र प्रताप ने मामूली बात पर झगड़ा शुरू कर दिया। इसके बाद संजय को सड़क पर पटककर लाट घूंसे से जमकर पीटा। इससे भी मन नहीं भरा तो चप्पल उतारकर फिर से पीट पीटकर अधमरा कर दिया। बुरी तरह पिटने के बाद संजय की हालत खराब होने लगी तो नीरज ने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए जान से मारने की धमकी देकर भाग निकला।
थाना पुलिस ने दिखाई संवेदनहीनता
सूत्रों के अनुसार घटना विगत 30 जुलाई के आसपास बताई जा रही है। घटना के बाद पीड़ित ने पीआरवी पुलिस को सूचना दी, पुलिस ने कार्रवाई की जगह पीड़ित को ही थाने पर बिठा लिया। उसके द्वारा दी गई तहरीर पर आज तक कार्रवाई की जरूरत नहीं समझी। सोमवार को सोशल मीडिया पर जब वीडियो वायरल हुआ तो थाना पुलिस के होश उड़ गए। अपने नाकामी छिपाने के लिए थाना पुलिस कार्रवाई करने का ढिंढोरा पीटने लगी।
,,,वायरल वीडियो का संज्ञान लिया जा रहा है। पीड़ित ने थाने पर तहरीर दी थी, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
,,विनोद मिश्रा-थाना प्रभारी, अछनेरा