झांसी, सुल्तान आब्दी: जनपद झांसी के मऊरानीपुर तहसील के ग्राम भटपुरा के मजरा फूलपुरा में आज उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के बैनर तले एक विशाल किसान पंचायत का आयोजन किया गया। इस पंचायत में किसानों ने अपनी ज्वलंत समस्याओं, विशेष रूप से सड़क निर्माण और विद्युत आपूर्ति की बदहाली को लेकर जिम्मेदारों के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई और आंदोलन की चेतावनी दी।
बदहाल सड़क और विद्युत समस्या से ग्रामीण परेशान
फूलपुरा गांव की आबादी लगभग 700 है, लेकिन यहां तक पहुंचने का करीब 1 किलोमीटर लंबा रास्ता कीचड़ भरा है। इस वजह से न तो बच्चे समय पर प्राइमरी स्कूल पहुंच पाते हैं और न ही ग्रामीण अपने दैनिक कार्यों को सुचारु रूप से कर पा रहे हैं। प्राइमरी स्कूल के शिक्षक भी इस कीचड़ भरे रास्ते से गिरने-फिसलते हुए जाने को मजबूर हैं। आश्चर्यजनक रूप से, महज 1 किलोमीटर सड़क का निर्माण कागजों में उलझा हुआ है और धरातल पर इसका कोई अता-पता नहीं है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस छोटे से निर्माण में भी शासन-प्रशासन कुंभकरणी नींद में सोया हुआ है।
यह रास्ता प्राचीन हनुमान मंदिर से शमशान घाट और प्राइमरी स्कूल तक जाता है। बरसात के दिनों में यह पूरा मार्ग कीचड़ से भर जाता है, जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। चूंकि वहां से कोई दूसरा रास्ता नहीं है, इसलिए लोग गिरते-फिसलते ही जाने को मजबूर हैं। यह सड़क निर्माण लगभग 20 वर्षों से लंबित पड़ा हुआ है, और ग्रामीण इसका खामियाजा भुगत रहे हैं।
इसके अलावा, गांव में बिजली की गंभीर समस्या भी है। ग्रामीणों ने बताया कि करीब एक महीने पहले एक छोटी डीपी फुंक गई थी, जो आज तक नहीं बदली गई है, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित है।
ग्रामीणों ने सुनाई अपनी व्यथा, दी आंदोलन की चेतावनी
पंचायत में किसानों और महिलाओं ने बारी-बारी से अपनी पीड़ा सुनाई। उन्होंने कहा, “साहब, हम लोग इस समय गांव में रहकर नरक भोग रहे हैं। न तो आने-जाने के लिए रोड है और न बिजली।” उन्होंने यह भी बताया कि रोज कोई न कोई रास्ते में गिरकर चोटिल हो जाता है। ग्रामीणों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अब वे मजबूर होकर तहसील में धरना प्रदर्शन करेंगे।
किसान सेवक शेखर राज बड़ोनिया ने बताया कि शासन-प्रशासन और जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते आज ग्रामीण बेहद परेशान हैं।
किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने दिया समर्थन
उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवनारायण सिंह परिहार ने किसानों की व्यथा को ध्यान से सुना और उन्हें आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, “आपकी समस्याओं का निराकरण करने के लिए हम लोग बहुत जल्द तहसील मऊरानीपुर में धरना प्रदर्शन करेंगे और शासन-प्रशासन को रोड के निर्माण के लिए बाध्य करेंगे।” परिहार ने जोर देकर कहा कि किसानों की मूलभूत समस्याएं – बिजली, पानी, और सड़क – हैं और उन्हें इन सुविधाओं से कोई वंचित नहीं कर सकता। उन्होंने घोषणा की, “रोड के निर्माण के लिए हम लोग सड़क से सदन तक आंदोलन करेंगे।”
पंचायत में प्रमुख रूप से शिवनारायण सिंह, शेखर राज बड़ोनिया, प्यारेलाल बेधड़क, रामाधार निषाद, राजकुमार आर्य, पुष्पेंद्र कुशवाहा, उत्तमचंद कुशवाहा, बिहारी लाल, मूलचंद, लल्लू राम, सुमित कुमार, चंद्रपाल, राजू, बृजकिशोर, अनिल कुमार, दुर्गा प्रसाद, भागवत, लखन लाल, दीपक कुमार, नंदलाल, इमामी खान, जमुना प्रसाद कुशवाहा, छुटटन वर्मा, राजकुमार कुशवाहा, हसन अली, मुराद खान, शाकिर खान, शहजाद खान, अनु कुशवाहा, केशव कुशवाहा, किशोरी लाल, प्रमोद कुशवाहा, राकेश कुमार, जागेश्वर पहलवान, पुष्पेंद्र परीक्षित, लक्ष्मी बाई सहित सैकड़ों किसान और महिलाएं उपस्थित रहे।