कासगंज, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि को धूमिल करने वाला एक और शर्मनाक मामला सामने आया है, जो कासगंज जनपद से जुड़ा है। एक वायरल वीडियो में कासगंज के पुलिस लाइन में तैनात एक दारोगा शराब के नशे में धुत होकर एक महिला के साथ आपत्तिजनक हरकतें करता नजर आ रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है और पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
शराब के नशे में धुत दारोगा का शर्मनाक व्यवहार
वीडियो में साफ दिख रहा है कि दारोगा शराब के नशे में महिला के साथ बस स्टॉप पर शर्मनाक हरकतें कर रहा है। महिला सलवार-सूट में है, जबकि दारोगा पुलिस की वर्दी पहने हुए है। इस दौरान दारोगा का सिर से पुलिस की टोपी भी गिर जाती है। जब आसपास के लोगों ने उसकी हरकतों पर सवाल उठाए और विरोध किया तो उसने खुद को बरेली का निवासी बताया और यह तक कहा कि वह एक फर्जी पुलिसवाला है।
यह पूरी घटना कासगंज के एसपी ऑफिस से कुछ ही दूरी पर हुई है, जो इस घटना को और भी गंभीर बनाता है। वीडियो में देखा गया कि दारोगा ने खुलेआम नशे की हालत में कानून की धज्जियां उड़ाईं, जबकि पुलिस के एक सदस्य का ऐसा आचरण आम जनता के लिए गलत संदेश देता है।
पुलिस प्रशासन ने की कार्रवाई, दारोगा निलंबित
वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी दारोगा को निलंबित कर दिया। कासगंज के एएसपी राजेश भारती ने बताया, “यह वीडियो हमारे संज्ञान में आया है। आरोपी दारोगा पुलिस लाइन में तैनात था और उसके साथ उसकी पत्नी भी थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी कासगंज अंकिता शर्मा ने दारोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।”
वीडियो में दारोगा की नशे की हालत और उसके साथ महिला के साथ की गई हरकतें देखकर पुलिस विभाग पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस विभाग के उच्च अधिकारी इस घटना की जांच कर रहे हैं और दोषी पाए जाने पर दारोगा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस महकमे की छवि पर सवाल
यह घटना उस समय सामने आई है जब पुलिस महकमे को लेकर लोगों में पहले से ही अविश्वास बढ़ रहा है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होने के बाद, सवाल उठ रहे हैं कि जब रक्षक ही इस तरह से नियमों का उल्लंघन करेंगे, तो आम जनता को कानून का पालन करने के लिए कौन प्रेरित करेगा?
कासगंज के पुलिस प्रशासन की इस घटना पर कार्रवाई काबिले तारीफ है, लेकिन सवाल यह है कि क्या ऐसे मामले केवल कार्रवाई तक सीमित रहेंगे या फिर पुलिस महकमे के भीतर सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे?
इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली और उसकी छवि को बुरी तरह धूमिल किया है। अब यह देखना होगा कि इस मामले में क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस विभाग अपनी कार्यशैली में सुधार करेगा।