जैथरा,एटा: भीषण सर्दी के बीच जैथरा नगर के लोगों को ठंड से राहत पाने के लिए अलाव का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन इस बार नगर पंचायत की ओर से अलाव जलाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। अग्र भारत के सर्वे में खुलासा हुआ है कि नगर के बस स्टैंड, मुख्य बाजार, बारह द्वारा मंदिर, सब्जी मंडी, बिजली घर तिराहा, और दरियागंज रोड तिराहा एवं अस्पताल चौराहा जैसे प्रमुख स्थानों पर अलाव की सुविधा नदारद है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर साल ठंड के मौसम में इन जगहों पर अलाव की व्यवस्था होती थी, शासन से लाखों रुपए का फंड मिलता है लेकिन इस बार लोग अपने निजी खर्च पर अलाव जलाने को मजबूर हैं।
शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण पर उठे सवाल
नगरवासियों का आरोप है कि नगर पंचायत ने अलाव व्यवस्था के लिए आवंटित निधि का दुरुपयोग किया जा रहा है। दबी जुबान में लोगों का कहना है कि यह धनराशि अवैध तरीके से कब्जा कर बनाए जा रहे शॉपिंग कॉम्प्लेक्स पर खर्च की जा रही है।
प्रशासन की उदासीनता पर गुस्सा
ठंड से ठिठुरते लोगों का गुस्सा अब प्रशासन की ओर है। स्थानीय व्यापारी रामकिशोर ने बताया, हम हर साल नगर पंचायत द्वारा जलाए जाने वाले अलाव पर निर्भर रहते थे। इस बार पंचायत की ओर से कोई पहल नहीं की गई। वहीं, एक अन्य निवासी श्यामलाल का कहना है, शीत लहर के दौरान अलाव जलाना लोगों की बुनियादी जरूरत है, लेकिन जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
नगर पंचायत से जवाबदेही की मांग
लोगों ने नगर पंचायत से जवाबदेही की मांग की है। ठंड के इस मौसम में अलाव न होने से बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यदि जल्द ही इस अलाव की व्यवस्था नहीं हुई, तो लोगों का आक्रोश बढ़ सकता है।
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जैथरा,एटा: भीषण सर्दी के बीच जैथरा नगर के लोगों को ठंड से राहत पाने के लिए अलाव का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन इस बार नगर पंचायत की ओर से अलाव जलाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। अग्र भारत के सर्वे में खुलासा हुआ है कि नगर के बस स्टैंड, मुख्य बाजार, बारह द्वारा मंदिर, सब्जी मंडी, बिजली घर तिराहा, और दरियागंज रोड तिराहा एवं अस्पताल चौराहा जैसे प्रमुख स्थानों पर अलाव की सुविधा नदारद है।स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर साल ठंड के मौसम में इन जगहों पर अलाव की व्यवस्था होती थी, शासन से लाखों रुपए का फंड मिलता है लेकिन इस बार लोग अपने निजी खर्च पर अलाव जलाने को मजबूर हैं।शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निर्माण पर उठे सवालनगरवासियों का आरोप है कि नगर पंचायत ने अलाव व्यवस्था के लिए आवंटित निधि का दुरुपयोग किया जा रहा है। दबी जुबान में लोगों का कहना है कि यह धनराशि अवैध तरीके से कब्जा कर बनाए जा रहे शॉपिंग कॉम्प्लेक्स पर खर्च की जा रही है।प्रशासन की उदासीनता पर गुस्साठंड से ठिठुरते लोगों का गुस्सा अब प्रशासन की ओर है। स्थानीय व्यापारी रामकिशोर ने बताया, हम हर साल नगर पंचायत द्वारा जलाए जाने वाले अलाव पर निर्भर रहते थे। इस बार पंचायत की ओर से कोई पहल नहीं की गई। वहीं, एक अन्य निवासी श्यामलाल का कहना है, शीत लहर के दौरान अलाव जलाना लोगों की बुनियादी जरूरत है, लेकिन जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।नगर पंचायत से जवाबदेही की मांगलोगों ने नगर पंचायत से जवाबदेही की मांग की है। ठंड के इस मौसम में अलाव न होने से बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यदि जल्द ही इस अलाव की व्यवस्था नहीं हुई, तो लोगों का आक्रोश बढ़ सकता है।