झांसी, सुल्तान आब्दी: उत्तर प्रदेश शासन के नगर विकास विभाग के सचिव, अजय कुमार शुक्ला ने अपने झांसी भ्रमण के दौरान जिले में निर्माणाधीन पेयजल परियोजनाओं का सघन निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन परियोजनाओं का कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए, ताकि जनपद वासियों को मुख्यमंत्री की इस महत्वाकांक्षी योजना का पूरा लाभ मिल सके।
अमृत योजना के तहत बन रहे हैं जलाशय
सचिव अजय कुमार शुक्ला ने नगर क्षेत्र के भगवन्तपुरा, बिजौली और नारायण बाग में अमृत योजना के तहत निर्मित हो रहे पेयजल परियोजनाओं की गुणवत्ता का विशेष तौर पर निरीक्षण किया।
उन्होंने जोर दिया कि योजना का लाभ जनमानस तक पहुंचाने के लिए युद्धस्तर पर कार्यों की टेस्टिंग करते हुए शीघ्र अति शीघ्र पेयजल उपलब्ध कराया जाए।
निरीक्षण के दौरान, संबंधित अधिकारियों ने बताया कि अमृत योजना 2.0 कार्यक्रम के अंतर्गत झांसी के गुमनावारा जोन-1 में 800 किली/22 मीटर क्षमता का उच्च जलाशय निर्मित हो रहा है। वहीं, झांसी पुनर्गठन पेयजल योजना फेज-1 के भगवन्तपुरा और सागर गेट जोन में 500 किली/20 मीटर क्षमता और 675 किली/20 मीटर क्षमता के उच्च जलाशय, साथ ही 375 किली क्षमता के दो भूमिगत जलाशय शामिल हैं। इसके अलावा, झांसी पुनर्गठन योजना फेज-2 में सम्मिलित बिजौली जोन में 3425 किली क्षमता के भूमिगत जलाशय का कार्य प्रगति पर है और पेयजल गृह संयोजनों में जलापूर्ति हेतु टेस्टिंग का कार्य भी चल रहा है।
स्मार्ट सिटी परियोजनाओं का भी जायजा
सचिव, नगर विकास विभाग ने स्मार्ट सिटी के तहत निर्मित जीआईसी कैंपस के स्पोर्ट्स स्टेडियम का भी अवलोकन किया।
इस महत्वपूर्ण निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त सत्यप्रकाश, अपर नगर आयुक्त मोहम्मद कमर, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या एस.एन. त्रिपाठी, अधीक्षण अभियंता जल निगम सुनील कुमार, अधिशासी अभियंता निर्माण खंड जल निगम नगरीय मुकेश पाल, अधिशाषी अभियंता जल संस्थान प्रदीप सिंह जादौन सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। यह निरीक्षण दर्शाता है कि सरकार पेयजल और शहरी विकास परियोजनाओं को लेकर कितनी गंभीर है।