झांसी, सुल्तान आब्दी: उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के बैनर तले आज झांसी जिले की मऊरानीपुर तहसील प्रांगण में विद्युत विभाग की कथित तानाशाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ सैकड़ों किसानों ने विशाल प्रदर्शन किया। मऊरानीपुर क्षेत्र का बड़ा गांव का मोहल्ला जगनपुरा पिछले 18 दिनों से अंधेरे में जीवन यापन कर रहा है, जिससे भीषण गर्मी में ग्रामीणों का जीना मुहाल हो गया है।
लाइनमैन पर ‘सुविधा शुल्क’ मांगने का आरोप
प्रदर्शनकारी किसानों ने बताया कि विद्युत विभाग की “गुंडई” के चलते उन्हें बिजली की आपूर्ति नहीं मिल पा रही है। किसानों का आरोप है कि गांव में तैनात लाइनमैन बिजली चालू करने के एवज में “सुविधा शुल्क” (रिश्वत) की मांग कर रहा है, और यह शुल्क न देने पर उन्हें बिजली नहीं मिल रही है। ग्रामीणों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि 18 दिनों से बिजली न होने के कारण बच्चे, बूढ़े और बुजुर्ग बीमार हो रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
एसडीएम का आश्वासन, लाइनमैन की शिकायत
धरना स्थल पर मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी अजय यादव ने किसानों की समस्याएं सुनीं। किसानों ने उन्हें बताया कि दो दिन पहले भी उन्होंने विद्युत विभाग मऊरानीपुर में धरना देकर ज्ञापन सौंपा था, और उन्हें आश्वासन दिया गया था कि बिजली शाम तक आ जाएगी। लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी आज तक बिजली नहीं पहुंची है। किसानों ने विशेष रूप से गांव में तैनात लाइनमैन की शिकायत की और उस पर गंभीर आरोप लगाए।
उप जिलाधिकारी अजय यादव ने तत्काल एसडीओ विद्युत को फोन करके व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने सभी किसानों को आश्वासन दिया कि वे अभी गांव पहुंचकर व्यवस्था देखेंगे और यदि कोई व्यक्ति दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
किसान कांग्रेस ने उठाए बड़े सवाल
उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार ने कहा कि झांसी के ग्रामीण अंचलों में विद्युत व्यवस्था “भगवान भरोसे” चल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि विद्युत चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है और लाइनमैन बिना सुविधा शुल्क लिए लाइन ठीक नहीं करते। परिहार ने कहा कि 15-15 दिन से फुके हुए ट्रांसफार्मर को बदला नहीं जा रहा है और विद्युत विभाग सरकार के शासनादेशों की “धज्जियां उड़ा रहा है”।
परिहार ने मांग की कि विद्युत विभाग द्वारा की जा रही अघोषित कटौती बंद की जाए और ग्रामीण अंचलों में फुके हुए ट्रांसफार्मर को 24 घंटे के भीतर बदला जाए।
इस अवसर पर किसान सेवक शेखर राज बडोनिया, प्यारेलाल बेधड़क, रामाधार निषाद, सौरभ श्रीवास, रामहित, रामचरण, प्रकाश, हरिकिशन, आनंदीलाल निषाद, मुकेश कुमार राज निषाद, मोहित निषाद, राहुल निषाद, गोलू निषाद, चरण निषाद, बाबू निषाद, नन्ही बाई, केसर भाई, चिरंजी लाल, रजनी देवी, सुषमा, अच्छेलाल, विशाल कुमार, गरीब, दीनदयाल, कमलेश देवी, अजीत यादव सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।