झांसी, उत्तर प्रदेश, सुल्तान आब्दी: झांसी के कम्पोजिट विद्यालय राजापुर, ब्लॉक गुरसराय के नवाचारी शिक्षक मोहनलाल सुमन ने अपने डिजिटल नवाचार “AI सुमन मैडम” से शिक्षा जगत में एक नई क्रांति ला दी है। इस अभिनव प्रयास की गूंज अब पूरे देश में सुनाई दे रही है। उन्हें देशभर से बधाइयाँ मिल रही हैं और विभिन्न मंचों पर सम्मानित किया जा रहा है।
देशभर में सम्मान का सिलसिला जारी
मोहनलाल सुमन के नवाचार की सराहना करते हुए हाल ही में पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंध निदेशक अशोक चंद्रा ने आगरा में उन्हें विशेष सम्मान प्रदान किया। वहीं, मथुरा में आयोजित एक कार्यक्रम में डॉ. अखिलेश यादव और राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षक हरिओम सिंह की अगुवाई में सुमन दंपती को हरित शिक्षक सम्मान से नवाजा गया। इस अवसर पर शुभम यूनिवर्सिटी भोपाल के कुलसचिव डॉ. कुलदीप सारस्वत और जिला विद्यालय निरीक्षक मथुरा रविन्द्र सिंह बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे।
इसके बाद, वृंदावन में शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन की राष्ट्रीय कार्यशाला में मोहनलाल सुमन के साथ उनकी पत्नी संगीता और पुत्री यशिका को भी सम्मानित किया गया। यशिका की देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया। कार्यशाला में प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह और राष्ट्रीय महासचिव सी.एल. रोज भी मौजूद रहे।
पेंटिंग्स और सामाजिक सम्मान
इन आयोजनों के दौरान मोहनलाल सुमन ने अपनी कला का भी प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने हाथों से बनाई गई सुंदर पेंटिंग्स भी अतिथियों को भेंट कीं।
झांसी में भी उन्हें पहचान मिली। डॉ. अंबेडकर सामाजिक कल्याण समिति, झाँसी द्वारा उन्हें उत्कृष्ट नवाचार कार्यों के लिए शाल, ट्रॉफी और सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष देवीदयाल दिवाकर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष गणेशीलाल वर्मा, उपाध्यक्ष रमेश प्रसाद सुमन, महासचिव रमेश चंद्र, कोषाध्यक्ष शंकर लाल निरंजन व अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।
“AI सुमन मैडम” नवाचार ने यह साबित कर दिया है कि जब तकनीक और शिक्षाशक्ति का संगम होता है, तो परिवर्तन की लहरें खुद-ब-खुद उठ खड़ी होती हैं। मोहनलाल सुमन का यह प्रयास देश के अन्य शिक्षकों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन रहा है।