झांसी की बेटी का वैश्विक जलवा! डॉ. प्रतिज्ञा पाठक ने यूरोपीय भूविज्ञान मंच पर लहराया परचम!

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झांसी की बेटी का वैश्विक जलवा! डॉ. प्रतिज्ञा पाठक ने यूरोपीय भूविज्ञान मंच पर लहराया परचम!

बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की डॉ. प्रतिज्ञा पाठक ने ऑस्ट्रिया के वियना में आयोजित यूरोपीय भूविज्ञान संघ सम्मेलन – 2025 में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराकर विश्वविद्यालय और पूरे क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। उनके शोध कार्य की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई और उन्होंने वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय के साथ महत्वपूर्ण संवाद स्थापित किया। यह न केवल विश्वविद्यालय के लिए, बल्कि भारत की उभरती महिला वैज्ञानिक शक्ति के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि है!

झांसी, सुल्तान आब्दी: बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी के भूगर्भ विज्ञान विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रतिज्ञा पाठक ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। उन्होंने विश्व के सबसे प्रतिष्ठित वैज्ञानिक सम्मेलनों में से एक यूरोपीय भूविज्ञान संघ (European Geosciences Union – EGU) की महासभा 2025 में सक्रिय रूप से भाग लेकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह प्रतिष्ठित महासभा 27 अप्रैल से 2 मई, 2025 तक ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में आयोजित हुई, जिसमें विश्व के 120 देशों से 20,984 वैज्ञानिकों और शोधार्थियों ने हिस्सा लिया। इनमें से 18,646 प्रतिभागियों ने वियना में भौतिक रूप से उपस्थिति दर्ज कराई।

यूरोपीय भूविज्ञान संघ महासभा 2025 का मुख्य विषय “अर्थ, प्लानेटरी और स्पेस साइन्स” (Earth, Planetary and Space Science) था, जिसमें पृथ्वी विज्ञान, ग्रहों से जुड़ी विभिन्न प्रक्रियाएं और अंतरिक्ष संबंधी नवीनतम अध्ययनों पर गहन चर्चा हुई। इस व्यापक थीम के अंतर्गत, डॉ. प्रतिज्ञा पाठक ने “हाई टेंपरेचर मेटमोर्फिस्म और ओरोजेनीक प्रोसैस” (High Temperature Metamorphism and Orogenic Processes) नामक महत्वपूर्ण विषयक सत्र में अपने उत्कृष्ट शोध कार्य को पोस्टर प्रस्तुति के माध्यम से प्रस्तुत किया। उनका शोध कार्य मुख्य रूप से परिवर्ती शैलविज्ञान (Metamorphic Petrology) पर आधारित था, जिसमें उच्च तापमान पर शैलों के रूपांतरण की प्रक्रियाओं का विस्तृत अध्ययन शामिल था।

डॉ. प्रतिज्ञा पाठक की प्रस्तुति को अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय ने अत्यंत सराहा। इस प्रतिष्ठित मंच पर उन्हें विभिन्न देशों के जाने-माने वैज्ञानिकों से सार्थक संवाद करने, बहुमूल्य फीडबैक प्राप्त करने और भविष्य में संभावित शोध सहयोग के अवसरों पर चर्चा करने का भी अवसर मिला। यह सम्मेलन न केवल वैज्ञानिक ज्ञान के विस्तार के लिए एक अद्वितीय मंच साबित हुआ, बल्कि डॉ. पाठक के लिए यह अनुभव बौद्धिक और शोधपरक रूप से भी अत्यंत समृद्ध रहा।

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डॉ. प्रतिज्ञा पाठक ने कहा, “यूरोपीय भूविज्ञान संघ के सम्मेलन में भाग लेना मेरे शोध जीवन की एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह प्रतिष्ठित मंच वैज्ञानिक संवाद, नवीनतम तकनीकों और वैश्विक दृष्टिकोण को गहराई से समझने का एक अमूल्य अवसर था। इस सम्मेलन में मेरी भागीदारी न केवल एक व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि यह बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी के लिए भी गौरव और प्रेरणा का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।” उन्होंने आगे कहा कि जिस समर्पण और उच्च गुणवत्ता के साथ उन्होंने अपने शोध को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत किया, वह बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की वैज्ञानिक उत्कृष्टता और वैश्विक उपस्थिति को प्रभावी ढंग से दर्शाता है।

 

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