मथुरा: मथुरा शहर को अब एक नया मुखिया मिल गया है। तेजतर्रार आईएएस अधिकारी और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके श्री जग प्रवेश (IAS) को मथुरा-वृंदावन नगर निगम का नया नगर आयुक्त नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति प्रशासनिक हलकों और स्थानीय जनता के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि श्री जग प्रवेश मथुरा की कार्यप्रणाली और चुनौतियों से भली-भांति परिचित हैं।
मथुरा में लंबा अनुभव, समस्याओं से वाकिफ
आईएएस जग प्रवेश इससे पहले मथुरा में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और महावन तहसील के एसडीएम (उप-जिलाधिकारी) के रूप में सफलतापूर्वक अपनी भूमिका निभा चुके हैं। इस दौरान उन्होंने जिले की विभिन्न प्रशासनिक प्रक्रियाओं, शहरी और ग्रामीण मुद्दों और स्थानीय जनता की अपेक्षाओं को करीब से समझा है। उनका यह अनुभव उन्हें नगर आयुक्त के तौर पर नई जिम्मेदारी निभाने में काफी मददगार साबित होगा।
नए नगर आयुक्त के सामने होंगी ये चुनौतियां
मथुरा, एक पवित्र नगरी होने के साथ-साथ बढ़ती शहरी आबादी और पर्यटन के दबाव वाली चुनौतियों का सामना कर रही है। नए नगर आयुक्त श्री जग प्रवेश के सामने कई महत्वपूर्ण चुनौतियां होंगी, जिनमें शामिल हैं:
- स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन: मथुरा-वृंदावन में हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं, जिससे स्वच्छता बनाए रखना और ठोस अपशिष्ट का प्रभावी प्रबंधन करना एक बड़ी चुनौती है।
- यातायात प्रबंधन: संकरी गलियां और बढ़ते वाहनों की संख्या के कारण यातायात जाम एक बड़ी समस्या है। इसे सुचारु बनाना प्राथमिकता होगी।
- अवैध अतिक्रमण: शहर के कई हिस्सों में अवैध अतिक्रमण एक बड़ी समस्या है, जिससे निपटना आवश्यक होगा।
- बुनियादी ढांचा विकास: सड़कों, नालियों, स्ट्रीट लाइटों और अन्य शहरी बुनियादी ढांचे का उन्नयन और रखरखाव।
- जल निकासी और सीवरेज: बरसात के मौसम में जलभराव की समस्या और सीवरेज सिस्टम को बेहतर बनाना।
- कानून व्यवस्था और सुरक्षा: खासकर त्योहारों और बड़े आयोजनों के दौरान भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- पर्यावरण संरक्षण: यमुना नदी में प्रदूषण और शहर के हरित क्षेत्रों का संरक्षण।
जनता को उम्मीदें
श्री जग प्रवेश की नियुक्ति से स्थानीय जनता में काफी उम्मीदें हैं। चूंकि वे पहले भी यहीं सेवा दे चुके हैं, लोगों को लगता है कि वे शहर की नब्ज को समझते हैं और समस्याओं के समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाएंगे। उनकी कार्यशैली को देखते हुए, उम्मीद की जा रही है कि वे मथुरा-वृंदावन को एक स्वच्छ, सुंदर और सुनियोजित शहर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
यह देखना दिलचस्प होगा कि नए नगर आयुक्त किस तरह से इन चुनौतियों का सामना करते हैं और मथुरा को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाते हैं।