तेल माफिया के काले कारनामों की खुलने लगी परतें

Jagannath Prasad
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आपूर्ति विभाग के कथित संरक्षण में नकली तेल का बन गया बड़ा कारोबारी

खेरागढ़, सैंया और शमसाबाद क्षेत्र में संचालित हो रहे अवैध बायो डीजल और पेट्रोल पंप

आगरा। जनपद के शमसाबाद क्षेत्र अंतर्गत गांव चितौरा निवासी अमित शर्मा द्वारा आपूर्ति विभाग के कथित संरक्षण में बायो डीजल की कथित एनओसी के बल पर डंके की चोट आधा दर्जन पंप संचालित किए जा रहे हैं। विभाग के संज्ञान में होने के बावजूद तेल माफिया के पंपों को बंद करवाने और उस पर एफआईआर कराने की जरूरत नहीं समझी गई।

बताया जाता है कि विभाग की दरियादिली का फायदा तेल माफिया ने जमकर उठाया। आटा मिल चलाकर जीवनयापन कर रहा अमित शर्मा देखते ही देखते नकली तेल का बड़ा खिलाड़ी बन गया। बायो डीजल के पंप के लिए पूरे प्रदेश में कहीं भी एनओसी जारी नहीं हो रही। इसके बावजूद अमित शर्मा ने बायो डीजल के पंप की आड़ में बेस ऑयल और सॉल्वेंट मिश्रित पेट्रोल बेचना शुरू कर दिया। इसके बाद अमित शर्मा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। विभागीय नियम कायदों को जमकर दरकिनार कर दिया। जो लोग उसके पंप पर अपने वाहनों में डीजल और पेट्रोल भरवाने आ रहे हैं, उनको नहीं मालूम कि इस नकली डीजल और पेट्रोल से उनकी गाड़ियों के इंजन कुछ ही महीनों में कबाड़ होने के कगार पर पहुंच जाएंगे।

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बताया जा रहा है कि वर्तमान में लगातार वायरल हो रहे उसके प्रकरणों के बाद अमित शर्मा ने अपने कुछ पंपों पर बिक्री बंद कर दी हैं। मशीनों को खोल लिया गया है। माहौल शांत होने के इंतजार में सेल्समैन सहित अन्य स्टाफ मौके पर ही तैनात हैं। खेरागढ़ क्षेत्र में राजस्थान बॉर्डर पर बसई गांव के पास और इरादतनगर क्षेत्र के अजीतापुरा गांव के पंपों पर बेखौफ होकर नकली डीजल और पेट्रोल की बिक्री हो रही है।

जिला आपूर्ति अधिकारी करने लगे गुमराह

इस प्रकरण में जिला आपूर्ति अधिकारी संजीव मिश्रा से वार्ता करने पर उनके द्वारा बताया गया कि क्षेत्रीय अधिकारी से रिपोर्ट मांगने पर उनके द्वारा बताया गया है कि पंप बंद चल रहे हैं। जबकि सोशल मीडिया पर पंप पर डीजल और पेट्रोल की बिक्री के वीडियो वायरल हो रहे हैं। जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा अभी तक इस प्रकरण में अधीनस्थों की जवाबदेही तय नहीं की गई है। उल्लेखनीय है कि एआरओ  और लिपिक पर तेल माफिया को संरक्षण देने के आरोप लग रहे हैं।

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प्रकरण की जांच कर करवाई जा रही है। जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। पहले जांच रिपोर्ट मांगी गई थी। उपलब्ध नहीं कराने पर पुनः निर्देश दिए गए हैं।

सुशीला अग्रवाल-एडीएम आपूर्ति

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