खेरागढ़ (आगरा)। “भाई से भाई का प्रेम केवल श्रीरामकथा सिखाती है। यही कथा समाज को जोड़ती है, यही कथा जीवन में प्रेम और एकता का संदेश देती है।” — राष्ट्रीय प्रवक्ता क्रांतिकारी संत स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज ने खेरागढ़ के नगला कमाल गांव में चल रही श्रीरामकथा के बीच यह प्रेरक संदेश दिया।
स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज ने कहा कि श्रीरामकथा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह समाज में रामराज्य की स्थापना का अद्भुत माध्यम है। श्रीरामकथा से मन, वचन और कर्म की शुद्धि होती है और जीवन में सद्भाव का संचार होता है। उन्होंने श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि कथा से प्राप्त संदेश को अपने जीवन में उतारें और समाज में प्रेम, सेवा और त्याग को बढ़ावा दें।
समस्त सिकरवार परिवार द्वारा आयोजित इस कथा में स्वामी जी ने बताया कि यह आयोजन गांव में पहली बार इतनी भव्यता के साथ किया गया है। यह आयोजन ही समाज में एकता और आत्मीयता का प्रतीक है। स्वामी जी ने कहा, “आज की कथा में हम सभी ने अनुभव किया कि भजन संध्या से भक्तिभाव जागता है, और प्रसाद वितरण से परस्पर प्रेम बढ़ता है। कथा के माध्यम से हम सब रामकथा को आत्मसात करें और इसे अपने जीवन में उतारें।”
कथा के पांचवें दिन सिया-राम विवाह की झांकी ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।
स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज ने कथा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सिकरवार परिवार और समस्त ग्रामवासियों की सराहना की और सबको रामकथा से प्रेरणा लेकर जीवन को सुंदर बनाने का संदेश दिया।