आगरा: शहर के सबसे व्यस्त व्यावसायिक क्षेत्र संजय प्लेस (Sanjay Place) में एक गंभीर मामला सामने आया है, जो प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े कर रहा है। यहां 43/2 मनीषा ब्लॉक में स्थित एक 45 साल पुरानी और जर्जर इमारत (dilapidated building) के एक हिस्से पर अवैध कब्जे का प्रयास किया जा रहा है। जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
अवैध कब्जा और सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह इमारत पहले से ही कमजोर हालत में है और इसमें किसी भी तरह का निर्माण कार्य या छेड़छाड़ करना अत्यधिक जोखिम भरा है। इसके बावजूद, कुछ लोग जबरन इसके कोने वाले हिस्से पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस इमारत के ठीक नीचे एक शराब की दुकान (liquor store) है, जहां दिन भर लोगों की भीड़ लगी रहती है। यदि यह जर्जर इमारत ढहती है, तो नीचे खड़े लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हो सकता है।
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प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग
इस खतरे को देखते हुए, स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेने (immediate action) की अपील की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते इस अवैध कब्जे को नहीं रोका गया, तो एक बड़ी घटना होने की प्रबल संभावना है। लोगों का आरोप है कि अवैध कब्जा करने वाले पूरी तरह से बेखौफ होकर काम कर रहे हैं, जिसका कारण शायद स्थानीय अधिकारियों की अनदेखी है। यह मामला न केवल अवैध निर्माण का है, बल्कि सार्वजनिक सुरक्षा (public safety) के साथ भी खिलवाड़ है।
नियमों का उल्लंघन और कानूनी कार्रवाई की जरूरत
आगरा विकास प्राधिकरण (ADA) और नगर निगम, आगरा (Agra Municipal Corporation) जैसे संबंधित विभागों की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे अवैध और खतरनाक निर्माणों को रोकें। इस तरह की इमारतों पर बिना अनुमति के कोई भी काम करना गैरकानूनी है। प्रशासन को इस मामले की तुरंत जांच करनी चाहिए और अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई (strict legal action) करनी चाहिए। यह केवल एक इमारत का मामला नहीं है, बल्कि शहर के अन्य हिस्सों में भी हो रहे अवैध निर्माणों के लिए एक सबक होगा।