आगरा: फतेहपुर सीकरी के सांसद और किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने मंगलवार शाम को जिला कारागार में पनवारी कांड में सज़ायाफ्ता 34 बुजुर्गों से मुलाकात की। इन सभी को 30 मई को जिला न्यायालय ने 5-5 साल की सजा सुनाई थी और तभी से वे जेल में हैं। सांसद चाहर ने दोषियों से दूसरी बार मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इससे पहले, 28 मई को, जिस दिन सजा का फैसला सुरक्षित रखा गया था, उन्होंने उनसे पहली मुलाकात की थी।
सांसद चाहर ने कहा कि वे न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कोई सीधी टिप्पणी नहीं की, लेकिन यह भी कहा कि “सब जानते हैं” कि कौन जिम्मेदार था। उन्होंने अब हाईकोर्ट में बड़े वकीलों को हायर करने की जिम्मेदारी खुद ली है। जेल में सभी सज़ायाफ्ता लोगों और समाज के प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से सहमति दी है कि उच्च न्यायालय में अपील कर जमानत कराई जाएगी और प्रभावी पैरवी की जाएगी।
सांसद चाहर ने यह भी आरोप लगाया कि पहले कुछ लोगों की जिम्मेदारी थी कि वे प्रभावी और तथ्यात्मक पैरवी करते, लेकिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। उन्होंने कहा कि “35 वर्षों से अकोला चाहरवाटी वालों को पलट कर नहीं देखा।”