नई दिल्ली: मेवाड़ के वीर राजा राणा संग्राम सिंह (राणा सांगा) पर विवादित बयान देने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन पर चौतरफा प्रहार हो रहे हैं। सुमन के द्वारा राज्य सभा में राणा सांगा को ‘गद्दार’ कहे जाने के बाद विभिन्न सांसदों, नेताओं और समाज के अन्य वर्गों से उनके खिलाफ तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इस बयान को लेकर न केवल राज्य सभा और लोकसभा में सुमन को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि देशभर में भी उनका विरोध बढ़ता जा रहा है।
लोकसभा और राज्य सभा में सुमन पर हमले
बीते दिन लोकसभा में समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के बयान पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया। इसके बाद राज्य सभा में भी सुमन को सांसदों के निशाने पर लिया गया। कई सांसदों ने सुमन से माफी की मांग की और उनके बयान की आलोचना की। सांसदों ने कहा कि राणा सांगा जैसे महान योद्धा को इस तरह से गद्दार कहकर अपमानित करना न केवल अनुचित है, बल्कि यह देश के इतिहास के साथ भी खिलवाड़ है।
सांसद कंगना रनौत का बयान
इस मामले में भाजपा की सांसद कंगना रनौत भी कूद पड़ीं और उन्होंने दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि “रामजी लाल सुमन की नाक अब दुनिया के सामने कट चुकी है। उन्होंने एक महान योद्धा का अपमान किया है और उनकी क्रेडिबिलिटी अब कुछ नहीं बची है।” कंगना ने यह भी कहा कि अगर सुमन माफी भी मांगते हैं, तो भी इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि राणा सांगा के बारे में उन्होंने जो कहा, वह उनके अपमान का ही हिस्सा है।
शेर सिंह राणा का तीखा बयान
राष्ट्रीय जननायक लोक पार्टी के नेता शेर सिंह राणा ने भी सुमन पर तीखा हमला किया। शेर सिंह ने कहा कि, “अगर रामजी लाल सुमन को बाबर से इतना प्रेम है, तो मैं उन्हें बाबर की कब्र तक छोड़ने के लिए तैयार हूं।” इस बयान के बाद, यह मामला और भी गर्मा गया है और सुमन के खिलाफ विरोधी दलों के नेता खुलकर सामने आने लगे हैं।
राजस्थान और यूपी में विरोध
सपा सांसद रामजी लाल सुमन के बयान के बाद राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी विरोध की लहर तेज हो गई है। राजस्थान में उदयपुर में करणी सेना ने विरोध प्रदर्शन किया और सुमन का पुतला फूंका। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं, जिन्होंने राणा सांगा के खिलाफ दिए गए बयान को लेकर सुमन के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं, यूपी में भी सुमन के बयान के खिलाफ कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
सुमन का आगरा आगमन और सपा का कड़ा रुख
राज्यसभा में सुमन के बयान के खिलाफ उफान के बाद, सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने अपने समर्थकों के साथ दिल्ली से यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए आगरा का रुख किया। खंदौली टोल पर सपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इसके बाद वे काफिले के साथ अपने घर पहुंचे। इस दौरान सुमन ने कहा कि वह अपने बयान पर अब भी कायम हैं और कोई पछतावा नहीं है। हालांकि, उनके इस बयान से सपा पार्टी को बैक फुट पर आना पड़ा है और पार्टी ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया है।
सुमन की आलोचना और माफी की मांग
मेवाड़ राजपरिवार की सदस्य और राजसमंद की सांसद महिमा कुमारी ने भी सुमन के बयान की कड़ी निंदा की थी। चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी समेत कई अन्य सांसदों ने भी सुमन से माफी मांगने की मांग की थी। सांसदों का कहना था कि राणा सांगा ने अपनी जिंदगी में सौ से ज्यादा युद्ध लड़े और देश के लिए अंतिम सांस तक लड़ते रहे। ऐसे में राणा सांगा के खिलाफ सुमन द्वारा दिए गए बयान से भारतीय इतिहास और शौर्य पर आघात पहुंचा है।
क्या सुमन पर होगी सख्त कार्रवाई?
अब सवाल यह उठता है कि क्या सपा सांसद रामजी लाल सुमन पर कोई सख्त कार्रवाई की जाएगी या फिर यह मामला भी अन्य विवादों की तरह दबा दिया जाएगा। अगर इस मामले में जल्द कोई कार्रवाई नहीं होती, तो न केवल सांसद सुमन की साख पर असर पड़ेगा, बल्कि समाजवादी पार्टी की भी स्थिति कमजोर हो सकती है।