जैथरा (एटा)। आदर्श नगर पंचायत जैथरा में बन रहे विवादित शॉपिंग कॉम्प्लेक्स पर ग्रहण लगने की संभावना बढ़ गई है। दुकानों के लिए आवंटन भूमि का मामला न्यायालय में पहुंच गया है। स्थानीय व्यापारियों और निवासियों ने इस परियोजना को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। भूमि चयन से लेकर प्रस्ताव और आवंटन तक, पूरे मामले में धांधली और अनियमितताओं का आरोप लगाया जा रहा है।
जल्दबाजी में कब्जा, व्यापारियों से छलावा
व्यापारियों का कहना है कि नगर पंचायत प्रशासन ने बिना उचित प्रक्रिया और सहमति के, जल्दबाजी में कब्जा कर उन्हें धोखा देने की योजना है। व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के आवंटन में पारदर्शिता की कमी है, और उन्हें इस योजना की जानकारी तक नहीं दी गई।
भूमि चयन पर सवाल
इस परियोजना के लिए चुनी गई भूमि पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह भूमि विवादित है, और इसके चयन में नियमों का उल्लंघन किया गया है। परियोजना के लिए कोई सार्वजनिक सुनवाई या व्यापारी समुदाय से चर्चा नहीं की गई, जिससे उनकी समस्याओं और जरूरतों को नजरअंदाज कर दिया गया।
प्रस्ताव और आवंटन में धांधली
व्यापारियों ने आरोप लगाया कि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का प्रस्ताव पारदर्शी तरीके से नहीं लाया गया और आवंटन प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर गोलमाल होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि आवंटन में सिर्फ चहेतों और प्रभावशाली लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है।
प्रशासन की भूमिका संदिग्ध
नगर पंचायत प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि अधिशासी अधिकारी की आड़ में कुछ लोग अपने निजी लाभ के लिए इस योजना को जल्दबाजी में लागू करने की कोशिश कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स परियोजना की जांच कराई जाए और पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए। ताकि व्यापारियों को नगर पंचायत के प्रपंच से बचाया जा सके।
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जैथरा (एटा)। आदर्श नगर पंचायत जैथरा में बन रहे विवादित शॉपिंग कॉम्प्लेक्स पर ग्रहण लगने की संभावना बढ़ गई है। दुकानों के लिए आवंटन भूमि का मामला न्यायालय में पहुंच गया है। स्थानीय व्यापारियों और निवासियों ने इस परियोजना को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। भूमि चयन से लेकर प्रस्ताव और आवंटन तक, पूरे मामले में धांधली और अनियमितताओं का आरोप लगाया जा रहा है।जल्दबाजी में कब्जा, व्यापारियों से छलावाव्यापारियों का कहना है कि नगर पंचायत प्रशासन ने बिना उचित प्रक्रिया और सहमति के, जल्दबाजी में कब्जा कर उन्हें धोखा देने की योजना है। व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के आवंटन में पारदर्शिता की कमी है, और उन्हें इस योजना की जानकारी तक नहीं दी गई।भूमि चयन पर सवालइस परियोजना के लिए चुनी गई भूमि पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह भूमि विवादित है, और इसके चयन में नियमों का उल्लंघन किया गया है। परियोजना के लिए कोई सार्वजनिक सुनवाई या व्यापारी समुदाय से चर्चा नहीं की गई, जिससे उनकी समस्याओं और जरूरतों को नजरअंदाज कर दिया गया।प्रस्ताव और आवंटन में धांधलीव्यापारियों ने आरोप लगाया कि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का प्रस्ताव पारदर्शी तरीके से नहीं लाया गया और आवंटन प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर गोलमाल होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि आवंटन में सिर्फ चहेतों और प्रभावशाली लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है।प्रशासन की भूमिका संदिग्धनगर पंचायत प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि अधिशासी अधिकारी की आड़ में कुछ लोग अपने निजी लाभ के लिए इस योजना को जल्दबाजी में लागू करने की कोशिश कर रहे हैं।स्थानीय लोगों की मांगस्थानीय लोगों ने मांग की है कि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स परियोजना की जांच कराई जाए और पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए। ताकि व्यापारियों को नगर पंचायत के प्रपंच से बचाया जा सके।