नजीरुद्दीन ने रखा जामा मस्जिद में जानवर का कटा हुआ सिर, आगरा पुलिस ने 5 घंटे में किया गिरफ्तार

Rajesh kumar
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सीसीटीवी कैमरे में कैद आरोपी नजीरुद्दीन उर्फ कल्लू।

आगरा:आगरा के मंटोला थाना क्षेत्र स्थित ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद में शुक्रवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई जब वहां जानवर का कटा हुआ सिर मिलने की खबर सामने आई। इस घटना ने न केवल धार्मिक भावनाओं को आहत किया बल्कि शहर के अमन चैन पर भी संकट खड़ा कर दिया। गनीमत रही कि आगरा पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए महज 5 घंटे में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी की पहचान: नजीरुद्दीन उर्फ कल्लू

पुलिस ने बताया कि आरोपी की पहचान नजीरुद्दीन उर्फ कल्लू पुत्र सलाउद्दीन के रूप में हुई है। वह मंटोला के ढोलीखार क्षेत्र का मूल निवासी है और वर्तमान में शाहगंज के कोल्हाई क्षेत्र में परिवार सहित रहता है। पुलिस के मुताबिक, नजीरुद्दीन का मकसद शहर के सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना था।

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पुलिस की तत्परता: 5 घंटे में गिरफ्तारी

जैसे ही सुबह 7 बजे पुलिस को घटना की जानकारी मिली, डीसीपी सिटी सोनम कुमार के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया। सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने आरोपी की पहचान की और एक दुकानदार के माध्यम से उसे हिरासत में ले लिया गया।

डीसीपी सोनम कुमार ने बताया,

“यह घटना शहर का माहौल बिगाड़ने की साजिश लगती है। सौ से अधिक पुलिसकर्मियों को आरोपी की तलाश में लगाया गया था। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।”

अब तक की जांच में क्या आया सामने?

पुलिस सूत्रों के अनुसार, नजीरुद्दीन से लगातार गहन पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि यह कार्य धार्मिक उन्माद फैलाने की मंशा से किया गया था। हालांकि, यह भी आशंका जताई जा रही है कि कल्लू मंदबुद्धि है और उससे यह कार्य किसी और ने करवाया हो। इस एंगल से भी जांच की जा रही है।

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मस्जिद और इलाके में सुरक्षा व्यवस्था सख्त

घटना के बाद शाही जामा मस्जिद और आस-पास के इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। चूंकि आज जुमे की नमाज अदा की जानी है, इसीलिए प्रशासन और मस्जिद इंतजामिया कमेटी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

प्रशासन की ओर से सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचने और फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

इस निंदनीय घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि सांप्रदायिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने वाले तत्व समाज में अभी भी सक्रिय हैं। लेकिन आगरा पुलिस की फुर्तीली कार्रवाई ने शहर को एक बड़ी अनहोनी से बचा लिया। अब देखना यह होगा कि पूछताछ और जांच के बाद इस साजिश के पीछे और कौन लोग सामने आते हैं।

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