ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में फैसला लिया गया है कि 56 हजार हेक्टेयर एरिया में ग्रेनो फेस-2 बसाया जाएगा। इसके साथ ही किसानों की मांग को भी प्राधिकरण ने पूरा कर दिया है। बोर्ड ने शनिवार को हुई बैठक में किसानों के पक्ष में 3 फैसले लिए हैं, जिनमें आबादी की जमीन पर घर बनाने और ग्रामीण आबादी पर 15 मीटर की ऊंचाई तक के निर्माण शामिल हैं।
औद्योगिक विकास आयुक्त और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की 131 वीं बोर्ड बैठक हुई। इसमें ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार, नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ लोकेश एम और यमुना प्राधिकरण के एसीईओ कपिल सिंह समेत कई अधिकारी शामिल हुए। जिसमें यह तीनों प्रस्ताव रखे गए थे।
बैठक में फैसला लिया गया कि ग्रेटर नोएडा का फेस-2 करीब 56 हजार हेक्टेयर में बसाया जाएगा। बोर्ड ने मास्टर प्लान 2041 को मंजूरी दे दी है। यहां का पहला फेज 31733 हेक्टेयर का है। दोनों चरण विकसित होने के बाद ग्रेटर नोएडा करीब 71 हजार हेक्टेयर का हो जाएगा। ग्रेटर नोएडा फेस-2 में उद्योगों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा आवासीय, ग्रामीण आबादी, मिक्स लैंड यूज, ग्रीनरी, संस्थागत, और ट्रांसपोर्ट के लिए एरिया प्रस्तावित किया गया है।
बैठक में बोर्ड ने फैसला किया है कि भविष्य में किसान आबादी की जमीन पर अपना घर बना सकेंगे, इसके लिए कैसा भी विलंब शुल्क नहीं मिलेगा। यदि किसान ने वह जमीन बेच दी है तो यह छूट नहीं मिलेगी। इसके अलावा किसानों की एक और पुरानी मांग को बोर्ड ने मंजूरी दी है। बोर्ड ने शनिवार को बहुमंजिला फ्लैटों के आवंटियों के लिए एकमुश्त समाधान योजना को मंजूरी दे दी है। अब यह 3 माह के लिए लागू होगी, जिससे प्रीमियम, अतिरिक्त प्रतिकर व लीज डीड विलंब शुल्क पर लगी पेनल्टी से राहत मिल जाएगी। इससे करीब 2200 फ्लैट खरीदारों को फायदा मिलने की उम्मीद है।