आंगनवाड़ी कार्यकत्री के द्वारा पुष्टाहार वितरण ना करने से नाराज महिलाओं ने किया प्रदर्शन
शिवम गर्ग
घिरोर / मैनपुरी। बाल विकास परियोजना अंतर्गत गर्भवती, धात्री महिलाओं को मिलने वाले पुष्टाहार वितरण में धांधली का आरोप लगाते हुए कनेगी की महिलाओं ने गांव में प्रदर्शन किया।
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विकास खंड घिरोर की कनेगी की महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुष्टाहार वितरण केवल कागजों में किया जा रहा है। महिलाओं ने पोषाहार वितरण करने वाली समूह सखी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर गड्बड़ी का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। चेतावनी दी शीघ्र लाभार्थियों में बाल पोषाहार का वितरण नहीं कराया गया तो उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगी। पुष्टाहार वितरण में केवल खाना पूर्ति जा रही है।
बाल पुष्टाहार सामग्री का वितरण नहीं किया है। छह माह, 3-6 वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती,धात्री महिलाओं को इस योजना का लाभ मिलता है। योजना में आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया है। पहले गेहूं की पंजीरी पुष्टाहार के रूप में मिलती थी लेकिन जनवरी 2021 से पुष्टाहार के रूप में दूध, देशी घी, रिफाइंड, चना की दाल के पैकिट दिए जा रहे हैं। अन्य माह रिफाइंड, चना दाल, दलिया, वितरण के लिए आंगनबाड़ी सहायता समूह को मिल रहा है।
देखा जाए तो सरकार के द्वारा जो जनकल्याणकारी योजनाएं इतना लंबा बजट खर्च करते हुए चलाई जाती हैं कहीं ना कहीं वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है और लाभार्थियों को उनके लाभ से वंचित रहना पड़ता है । यह यह एक गांव की ही नहीं हर जगह की कहानी ही ऐसी है । आखिर कब तक लाभार्थियों के साथ यह छलावा जारी रहेगा ।