आगरा में निजी स्कूलों की मनमानी और दादागिरी थमने का नाम नहीं ले रही है। हद तो तब हो जाती है जब ये स्कूल किसी रसूखदार व्यक्ति से जुड़े होते हैं और आम अभिभावक को बिल्कुल असहाय महसूस कराया जाता है। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला दयालबाग स्थित श्रीराम सेंटेनियल स्कूल से सामने आया है, जहाँ दो अभिभावकों से ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) देने के एवज में एक चौथाई फीस की नाजायज मांग की जा रही है।
दो बच्चों का भविष्य दांव पर
पहला मामला अभिभावक विनय से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी कक्षा 11 में पढ़ती थी, लेकिन स्कूल में वोकल विषय न होने के कारण उन्हें अपनी बेटी का दाखिला किसी अन्य स्कूल में कराना पड़ा। अब श्रीराम स्कूल उनकी बेटी की टीसी देने को तैयार नहीं है।
दूसरा मामला अभिभावक सुनील का है। उन्होंने अपने बेटे का दाखिला कक्षा 6 में अन्य स्कूल में करा दिया है। उनसे भी टीसी देने के नाम पर एक चौथाई फीस की डिमांड की जा रही है। इन दोनों ही मामलों में बच्चों का नए स्कूल में रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है, जिससे उनका शैक्षणिक भविष्य अधर में लटका हुआ है।
‘हमारे यहाँ ऐसा ही होता है’ – स्कूल का गैर-जिम्मेदाराना जवाब
पीड़ित अभिभावकों ने इस मामले में ‘प्रोग्रेसिव एसोसिएशन ऑफ पैरेंट्स अवेयरनेस’ (पापा संस्था) के कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई। पापा संस्था के सदस्य दीपक सरीन ने जब समस्या के समाधान के लिए श्रीराम सेंटेनियल स्कूल को फोन किया, तो उन्हें बेहद गैर-जिम्मेदाराना जवाब मिला। स्कूल की ओर से कहा गया, “हमारे यहां पर ऐसा ही होता है। मार्च में नहीं बताएंगे तो एक क्वार्टर की फीस देनी पड़ेगी।” इतना कहकर फोन काट दिया गया।
दीपक सरीन ने बताया कि दोनों अभिभावकों ने स्कूल को पहले ही सूचित कर दिया था कि वे अपने बच्चों का दाखिला अन्य स्कूलों में कराएंगे। ऐसे में टीसी देने के लिए एक क्वार्टर फीस की मांग पूरी तरह से नाजायज और मनमानी है।
जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत, धरने की चेतावनी
इस गंभीर मामले को लेकर दोनों अभिभावकों ने दीपक सरीन के साथ जिलाधिकारी कार्यालय में अपनी बात रखते हुए शिकायत दर्ज कराई है। जिलाधिकारी कार्यालय में दिवस अधिकारी ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी को तत्काल समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए हैं।
दीपक सरीन ने यह भी खुलासा किया कि आगरा जिले के तमाम निजी स्कूल टीसी और कैरेक्टर सर्टिफिकेट देने के नाम पर अभिभावकों से पैसे की अवैध मांग कर रहे हैं। उन्होंने जिलाधिकारी महोदय से आग्रह किया है कि वे इस समस्या को संज्ञान में लेकर स्कूलों द्वारा की जा रही इस तरह की किसी भी नाजायज मांग पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाएं।
पापा संस्था ने चेतावनी दी है कि यदि इस प्रकरण में सोमवार तक कोई समाधान नहीं निकलता है, तो पीड़ित अभिभावकों के साथ प्रोग्रेसिव एसोसिएशन ऑफ पैरेंट्स अवेयरनेस (टीम पापा) के समस्त सदस्य जिलाधिकारी कार्यालय पर धरने पर बैठेंगे। यह मामला आगरा के निजी स्कूलों की मनमानी और अभिभावकों के शोषण को उजागर करता है, जिस पर तत्काल प्रशासनिक कार्रवाई की आवश्यकता है।
