सिख गुरुओं के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता – सचिंद्र
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाल विभाग ने किया आयोजन
शिवम गर्ग
घिरोर,
गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों की शहादत दिवस के अवसर पर कस्बे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें सात वर्ष से चौदह वर्ष के करीब एक सौ दस बालकों ने भाग लिया । मुख्य वक्ता जिला कार्यवाह सचिंद्र सिंह ने उपस्थित स्वयंसेवकों से कहा कि आज बहुत बड़ा दिन है क्योंकि राष्ट्र और धर्म की रक्षा के खातिर छोटे – छोटे वीर बालकों ने अपने प्राण त्याग दिए । मुगल शासक द्वारा साहिबजादों को धर्म परिवर्तन स्वीकार करने के लिए कष्टदाई यातनाएं दी गईं लेकिन गुरु गोविंद सिंह के दो बच्चे जोरावर सिंह , फतेह सिंह, ने मुगलों के आगे झुकने से और धर्म परिवर्तन स्वीकार करने से मना कर दिया इससे बौखलाए मुगल शासक ने दोनों बच्चों को दीवार में जिंदा चिनवाने का आदेश दे दिया और वीर बालकों ने हंसते – हंसते अपने प्राण न्योछावर कर दिए। वहीं चमकौर युद्ध के दौरान दो और पुत्र अजित सिंह और जुझार सिंह ने मात्र आधा सैकड़ा सैनिकों के साथ मुगलों के लाखों सैनिकों से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रबल जैन ने की । कार्यक्रम के बाद बाल स्वयंसेवकों का संचलन निकला जो शंभूनाथ कॉलेज से आरंभ होकर ख़ारजा बंबा होते हुए कार्यक्रम स्थल पर संपन्न हुआ। स्वयंसेवकों का नगर में पुष्प वर्षा करके उत्साहवर्धन किया गया ।

इस अवसर पर खंड संघचालक प्रमोद चौहान, नगर संघचालक अनूप जैन, सत्यवीर शर्मा, मोहन चौहान, वेदांत गुप्ता, अभिषेक जैन , सिंकू शर्मा, कमलेश चौहान , शशिकांत, दशरथ सिंह , संदीप चौहान, अनिकेत जैन, जतिन, रामू चौहान, सचिन सहित आदि स्वयंसेवक मौजूद रहे ।
