आगरा में साहित्य, कला और संस्कृति का भव्य संगम, ताज लिटरेचर क्लब ने बिखेरी साहित्यिक छटा – #Agra #Sahitya #Kala #Sanskriti #TajLiteratureClub
आगरा: ताज लिटरेचर क्लब (रजिस्टर्ड) द्वारा 13 अप्रैल 2025 को आगरा पब्लिक स्कूल के सभागार में आयोजित भव्य साहित्यिक समारोह ने कला, साहित्य और संस्कृति के प्रेमियों को एक यादगार अनुभव प्रदान किया। इस साहित्यिक उत्सव में आगरा के प्रख्यात साहित्यकारों, लेखकों और कवियों ने अपनी उपस्थिति और रचनाओं से समां बांध दिया।
यह वर्ष 2025 की ताज लिटरेचर क्लब की चौथी काव्य संध्या थी, जिसमें साहित्यकारों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि, माननीय केंद्रीय मंत्री एवं आगरा सांसद प्रोफेसर एस पी सिंह बघेल और विशिष्ट अतिथियों – श्रीमती श्रुति सिंघल जी, डॉक्टर अशोक विज, श्री आर के सचदेवा, डॉक्टर राजेंद्र मिलन, श्री महेश चंद्र शर्मा एवं श्री राजकुमार शर्मा द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया गया।
वरिष्ठ कवयित्री राम वर्मा श्याम ने अपनी भावपूर्ण सरस्वती वंदना से कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया।
संस्थापिका भावना वरदान शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में सभी गणमान्य अतिथियों का अभिनंदन करते हुए ताज लिटरेचर क्लब की 10 वर्षों की साहित्यिक यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि क्लब ने हमेशा आगरा ही नहीं, बल्कि देश भर के प्रतिष्ठित लेखकों और कवियों को एक मंच प्रदान किया है। यह अप्रैल माह की विशेष साहित्यिक बैठक थी, जिसमें साहित्यिक परिचर्चा और काव्य संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन अनुपम दीक्षित भारद्वाज ने कुशलतापूर्वक किया।
साहित्यिक परिचर्चा: वर्तमान और भविष्य
समारोह के पहले चरण में “वर्तमान परिदृश्य में साहित्य की स्थिति और भविष्य” विषय पर एक विचारोत्तेजक परिचर्चा आयोजित की गई। इसमें मुख्य वक्ताओं के रूप में श्रीमती श्रुति सिंघल जी, डॉक्टर अशोक विज और श्री आर के सचदेवा ने अपने विचार रखे। वक्ताओं ने हिंदी साहित्य की महत्ता और इसके प्रोत्साहन की आवश्यकता पर जोर दिया। श्रीमती सिंघल ने हिंदी को मातृभाषा बताते हुए इस पर गर्व करने का आह्वान किया, जबकि डॉ. विज ने नवोदित रचनाकारों को हिंदी में अधिक लिखने के लिए प्रेरित किया।
काव्य संध्या: शब्दों का जादू
दूसरे चरण में काव्य संध्या का आयोजन हुआ, जिसमें अनेक प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉ राजेंद्र मिलन ने अपनी चिरपरिचित शैली में नई सोच को प्रेरित करने वाली पंक्तियाँ सुनाईं: “आओ हम मिलकर नये क्षितिज का सृजन करें । अनछूए परिप्रेक्ष्यों पर सोचें मनन करें।”
डॉ बृज बिहारी ‘बिरजू’ ने जीवन मूल्यों पर आधारित अपनी कविता प्रस्तुत की: “सज्जनों की तरह आचरण चाहिए। नेह और नीति का हर चरण चाहिए।। झूठ छिपता नहीं,लाख करलो जतन- सत्य को ना कोई आवरण चाहिए।।”
डॉ शशि गुप्ता ने अपनी मधुर ब्रजभाषा की कविताओं से श्रोताओं को कृष्ण भक्ति के रस में डुबो दिया: “मोरे कान्हा कहाँ तुम खडे हो छुपे, राधा ढूँढे तुम्हें बाबरी बाबरी…” उनकी कविता ने राधा की विरह वेदना और कृष्ण के प्रति प्रेम को जीवंत कर दिया।
अन्य कवियों – डॉ शशी गुप्ता, डॉ बृज बिहारी बिरजू, डॉ शेशपाल सिंह, डॉ यशोयश, राज फौजदार, प्रभु दत्त उपाध्याय, जितेंद्र जिद्दी, रामेंद्र शर्मा, यशोधरा, कामेश मिश्रा ‘सनसनी’ और डॉ आनन्द राय ने भी अपनी उत्कृष्ट रचनाओं का पाठ किया। देहरादून से पधारीं कवयित्री गायत्री शर्मा ने भगवान राम और विष्णु पर आधारित अपनी कविताओं से श्रोताओं को भक्ति रस से सराबोर कर दिया।
प्रतिभाओं का सम्मान:
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली प्रतिभाओं – अर्चना शर्मा, रोहित चौहान, रीता गुप्ता, राजकुमार भारती, टोनी फास्टर, नेहा तोमर, डॉली कपूर और अरुण भारद्वाज को सम्मानित भी किया गया।
इस सफल आयोजन में संस्था के पदाधिकारी ब्रजेश अग्रवाल, सुरेश शर्मा और राकेश लवानिया सहित अनेक सदस्यों ने सक्रिय भूमिका निभाई। ताज लिटरेचर क्लब का यह साहित्यिक समारोह आगरा के कला, साहित्य और संस्कृति जगत के लिए एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक आयोजन रहा।