आगरा: थाना ट्रांसयमुना और एसओजी की संयुक्त कार्यवाही में 25,000 रुपये के इनामी बदमाश गुलफाम उर्फ गजनी को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया।
पशुपालक हत्याकांड में था फरार
गुलफाम, 4 दिसंबर को टेढ़ी बगिया क्षेत्र में पशुओं के बाड़े में चोरी के दौरान बुजुर्ग महेश उपाध्याय की हत्या कर फरार था। पुलिस ने उसकी तलाश में 25,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
मुठभेड़ में घायल हुआ बदमाश
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गुलफाम को घेर लिया। पुलिस को देखकर गुलफाम ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली गुलफाम के पैर में लग गई और वह घायल हो गया।
बरामद हुआ हथियार
पुलिस ने गुलफाम के पास से एक तमंचा, दो खोखा कारतूस, एक जिंदा कारतूस, हत्या में प्रयुक्त किये जाने वाले पाने और लोहे की रॉड को बरामद किया है।
पूछताछ में हुआ खुलासा
पूछताछ में गुलफाम ने बताया कि उसने अपने साथियों सलमान, अमित तोमर उर्फ अंकित और अइयो उर्फ इमरान के साथ मिलकर पशुपालक की हत्या की थी। कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लालच में सभी ने मिलकर भैंस चोरी करने का प्लान बनाया था।
गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपी
पुलिस ने गुलफाम के अन्य साथियों सलमान, अमित तोमर उर्फ अंकित और अइयो उर्फ इमरान को पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में दहशत का माहौल था। पुलिस ने बताया कि गुलफाम एक शातिर बदमाश था और उस पर कई मुकदमे दर्ज थे। उसकी गिरफ्तारी से पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी द्वारा मौके पर एसएसआई सुरेंद्र राव, शाहदरा चौकी इंचार्ज ऋषि गुप्ता, टेडी बगिया चौकी इंचार्ज विधानचंद कुशवाह, दरोगा प्रवीण कुमार, हरिओम, कुलदीप सिंह, सिपाही उपेंद्र, अंकुर प्रताप सिंह, पवन पाल की टीम गठित कर नाकेबंदी लगाकर वाहनो की चेकिंग शुरू कर दी गई। कुछ समय बाद हाईवे कट से सर्विस रोड की तरह एक बाइक सवार आता दिखा जो पुलिस को देखते ही बाइक मोड़कर भागने लगा।
पीछा करने के दौरान बाइक फिसल कर गिर गई। थाना प्रभारी द्वारा उसे रुकने के लिए कहा तो वह खाली पड़ी जगह में से भागने का प्रयास करने लगा। पीछा करने के दौरान उसने पुलिस फ़ोर्स पर सीधा सीधा फायर झोंक दिया। जबावी कार्यवाही में टेडी बगिया चौकी इंचार्ज की गोली गुलफाम के पैर में लग गई। गोली लगने से घायल गुलफाम को पुलिस टीम द्वारा पकड़ कर उपचार के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया।
पूछताछ के दौरान गुलफाम उर्फ गजनी में बताया कि उसकी जेल में सलमान और अमित तोमर उर्फ अंकित से हुई थी। कम समय मे ज्यादा पैसा कमाने के लालच में सभी ने मिलकर भैंस चोरी करने का प्लान बनाया था। भैंस चोरी करने में उनको वाहन की मदद उन्हें अइयो उर्फ इमरान उपलब्ध करवाता था। भैंस चोरी करने के दौरान जगार होने पर पशुपालक की हत्या सभी लोगो ने मिलकर की थी। अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद से गुलफाम अंडरग्राउंड होकर छिपता फिर रहा था। गुलफाम के अन्य साथियों को पुलिस द्वारा पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है।