बलिया, उत्तर प्रदेश: बलिया जनपद में एक बार फिर पुलिस और अपराधी के बीच मुठभेड़ देखने को मिली है। थाना रेवती पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गौहत्या के एक मामले में लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी विशाल यादव उर्फ नेता यादव को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगी, जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल बलिया में भर्ती कराया गया है।
क्या था मामला और कैसे हुई मुठभेड़?
पुलिस के मुताबिक, गौहत्या के एक मामले में रमाशंकर यादव, मथुरा यादव और विशाल यादव उर्फ नेता यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज था। इस मामले में रमाशंकर और मथुरा को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका था, जबकि विशाल यादव घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई थी।
गुरुवार, 26 जून 2025 को थाना रेवती पुलिस द्वारा देवपुर रेगुलेटर पर नियमित चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान एक संदिग्ध काले रंग की मोटरसाइकिल को रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन चालक, जो बाद में विशाल यादव के रूप में पहचाना गया, रुकने के बजाय मुड़िकटवा पुल की ओर भागने लगा।
पुलिस टीम ने तुरंत उसका पीछा किया। पीछा करने के दौरान, आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें विशाल यादव के दाहिने पैर में गोली लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा। इसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया।
बरामदगी और आपराधिक इतिहास
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी विशाल यादव के पास से एक नाजायज देशी तमंचा (.315 बोर), एक खोखा कारतूस, दो जिंदा कारतूस और एक चोरी की काली मोटरसाइकिल बरामद की है। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि आरोपी पुलिस से बचने के लिए बिहार भागने की फिराक में था।
विशाल यादव पर अब पहले से दर्ज गौहत्या के मुकदमे के अलावा धारा 109(1) बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) तथा 3/25 आर्म्स एक्ट की धाराएं भी जोड़ी गई हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी विशाल यादव के खिलाफ पहले से ही 5 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है और उसकी पूरी आपराधिक पृष्ठभूमि की गहन जांच भी की जा रही है। इस मुठभेड़ से बलिया में अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सक्रियता एक बार फिर सामने आई है।