आगरा। ताजनगरी आगरा के थाना ताजगंज क्षेत्र में बीते दिनों व्यस्त रोड पर हुए बवाल का प्रकरण सामने आया है। कथित रूप से परचून की दुकान पर ब्लैक में शराब बेचने को लेकर हुए विवाद ने गंभीर रूप धारण कर लिया। जिसके बाद दो दर्जन से अधिक बलवाइयों ने जमकर बवाल काटा।
बताया जाता है कि इस पूरे प्रकरण के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। वायरल वीडियो में हाथों में लाठी डंडे थामे युवकों द्वारा उपद्रव किया जा रहा है। वायरल वीडियो में फायरिंग के बाद गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाज साफ सुनी जा सकती है। घटना की सूचना 112 पीआरवी और थाना पुलिस के पास पहुंची। पुलिस के पहुंचने से पहले ही बलवाई भाग निकले। थाना ताजगंज पुलिस ने इस मामले में कुछ युवकों के खिलाफ मामूली मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अपने कार्य की इतिश्री कर ली।
बवाल की तह में जाने की नहीं की कोशिश
पुलिस ने बवाल की तह में जाने की कोशिश नहीं की। घटना के बाद क्षेत्र में अभी तक तनाव की स्थिति बनी हुई है। थाना पुलिस की संवेदनहीनता एवं कथित लाभ की मंशा से क्षेत्र में कभी भी चिंगारी सुलग सकती है। क्षेत्रवासियों के अनुसार, घटना की शुरूआत ही परचून की दुकान पर धड़ल्ले से बिकने वाली शराब को ब्लैक में बेचने को लेकर हुआ। परचून विक्रेता और उसकी दुकान पर शराब खरीदने पहुंचे ग्राहक के बीच विवाद हो गया। परचून विक्रेता द्वारा उस ग्राहक की पिटाई कर दी गई। जिसके प्रतिवाद में घटना के दो दिन बाद पिटने वाले ग्राहक ने अपने दो दर्जन से अधिक हथियारबंद साथियों के साथ मिलकर परचून विक्रेता पर हमला बोल दिया। दोनों पक्षों में काफी देर तक आर पार की स्थिति बनी रही। इसी बीच हमलावर पक्ष ने फायरिंग कर गोलियों की बौछार कर दी। बीच सड़क पर हो रहे उपद्रव से राहगीर से लेकर स्थानीय दुकानदार और होटल संचालक सहम गए। घटना के बाद पहुंची पुलिस ने लकीर पीटने के अलावा कुछ नहीं किया।
अवैध शराब बिक्री के वायरल वीडियो के बावजूद पुलिस ने नहीं की सख्ती
बताया जा रहा है कि जिस परचून विक्रेता का ब्लैक में शराब बेचने को लेकर विवाद हुआ था, उसका गोरखधंधों से पुराना नाता है। कुछ समय पूर्व ही उसकी अवैध रूप से शराब बेचने को लेकर एक वीडियो भी वायरल हुई थी। थाना ताजगंज पुलिस के संज्ञान में प्रकरण पहुंचने के बावजूद कथित रूप से सुविधा शुल्क मिलने के कारण कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। पुलिस से कथित सांठगांठ का फायदा परचून विक्रेता द्वारा डंके की चोट पर उठाया गया। क्षेत्रवासियों के मुताबिक शराब ठेका के निर्धारित खुलने से पहले और बंद होने के बाद उसकी असली कमाई शुरू हो जाती है। दुकान पर ग्राहक से डील फाइनल होने के बाद गुप्त ठिकाने से शराब लाकर ग्राहक को दी जाती है।
ताजगंज थाना पुलिस की भूमिका पर उठ रहे सवाल
थाना ताजगंज क्षेत्र के अंतर्गत ही विश्व प्रसिद्ध ताजमहल धरोहर है। देश विदेश से हजारों पर्यटक इस क्षेत्र में आते हैं। अवैध शराब बिक्री के बाद हुए बवाल से ताजनगरी की साख पर बट्टा लग सकता है। ताजगंज क्षेत्र में अवैध कार्य होने की यह कोई पहली घटना नहीं है। विगत में हुक्का बारों से लेकर स्पा सेंटरों पर होने वाले गलत कार्यों के काफी प्रकरण सामने आ चुके हैं। होटलों में गलत कार्य होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
बवाल के बाद उठने लगे गंभीर सवाल
- बवाल के दौरान फायरिंग जैसी गंभीर घटना को पुलिस द्वारा हल्के में क्यों लिया गया।
- अवैध शराब विक्रेता पर थाना पुलिस की मेहरबानी का राज क्या है।
- क्षेत्र में अवैध शराब बिक रही है तो आबकारी विभाग को भनक क्यों नहीं लग रही।
- पुलिस का मुखबिर तंत्र इतना कमजोर हो चुका है कि उसे क्षेत्र में हो रहे गलत कार्यों की सूचना नहीं मिल पाती।
- पर्यटक बाहुल्य क्षेत्र में हुई इस गंभीर घटना की कौन जिम्मेदारी लेगा।
- पूर्व में हुई घटनाओं से थाना पुलिस ने क्यों नहीं लिया सबक
इस संबंध में एसीपी ताज सुरक्षा को फोन करने पर फोन रिसीव नहीं हुआ,थाना प्रभारी ताजगंज से जानकारी हेतु संपर्क करने पर युवकों द्वारा बबाल किया गया ,वायरल वीडियो में गोली चलाने की आवाज के बारे में जानकारी करने पर फोन कट गया ,इसके बाद दो बार निरंतर फोन किया लेकिन संपर्क नहीं हुआ