झाँसी,(सुल्तान आब्दी) : सदर बाजार क्षेत्र के कुंज वाटिका विभाग के पीछे पिछले 100 वर्षों से निवास कर रहे गरीबों के मकान तोड़े जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कैंट बोर्ड अधिकारियों द्वारा उन्हें बेघर करने और 23 अप्रैल की अंतिम तिथि निर्धारित कर मकान तोड़े जाने के आदेश के खिलाफ स्थानीय निवासियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सदर बाजार कैंट के प्रभारी अधिकारियों, बबीना कैंट सीईओ रोहित सिंह और भोपाल ऑफिस के डीईओ अखिल कुमार से फोन पर बात कर लोगों की समस्याओं से अवगत कराया। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश सचिव मनीराम कुशवाहा, शहर अध्यक्ष मनोज गुप्ता, पत्रकार रईस आदि शामिल थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने इस कार्रवाई को पूरी तरह से अवैधानिक बताते हुए कहा कि जो लोग सैकड़ों वर्षों से इस जमीन पर रह रहे हैं और कैंट बोर्ड को हाउस टैक्स, बिजली और पानी के बिल सहित सभी सरकारी देय चुका रहे हैं, उन्हें बेघर करना कानून के खिलाफ है। उन्होंने कैंट बोर्ड से तुरंत इस कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि ऐसा नहीं होता है, तो कांग्रेस आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि वे पीढ़ियों से यहां रह रहे हैं और उनके पास सभी आवश्यक दस्तावेज हैं। उन्होंने कैंट बोर्ड पर बिना किसी पूर्व सूचना के और बिना पुनर्वास की व्यवस्था किए उनके घरों को तोड़ने का आरोप लगाया है।
इस मामले ने स्थानीय प्रशासन और कैंट बोर्ड के बीच तनाव पैदा कर दिया है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और गरीबों को न्याय मिलता है या नहीं।