एटा,जैथरा। नगर पंचायत जैथरा में हुए विकास कार्यों की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल खड़े होते नजर आ रहे हैं। इसी को लेकर एक स्थानीय नागरिक ने सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम के तहत नगर पंचायत से पिछले 2 वर्षों में हुए विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी मांगी है।
आरटीआई आवेदन में विकास कार्यों की सूची, स्वीकृत बजट, व्यय की गई राशि, ठेकेदारों की चयन प्रक्रिया और विकास कार्यों की गुणवत्ता की निगरानी के विवरण की मांग की गई है। आवेदन में विशेष रूप से स्वच्छता, पेयजल, सड़क निर्माण और जल निकासी जैसी बुनियादी सुविधाओं में किए गए सुधारों का ब्योरा मांगा गया है।
इस आवेदन ने नगर पंचायत में पारदर्शिता की कमी को लेकर स्थानीय लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। क्षेत्र के कई लोगों का कहना है कि सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और विकास कार्यों के बारे में जानकारी आम लोगों को मिलनी चाहिए।
स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि कई विकास कार्य केवल कागजों पर ही पूरे दिखाए गए हैं। वहीं, कई मामलों में गुणवत्ता को लेकर सवाल उठे हैं। यह आरटीआई आवेदन प्रशासन को जवाबदेही के लिए मजबूर कर सकता है।
प्रबुद्ध वर्ग के लोगों का कहना है कि इस प्रकार के आरटीआई आवेदन नागरिकों के अधिकारों को सुनिश्चित करने और प्रशासन में पारदर्शिता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर नगर पंचायत समय पर और सही तरीके से जवाब देती है, तो यह नगर पंचायत के लोगों का भरोसा बहाल करने में मददगार साबित हो सकता है।
अब देखना यह है कि नगर पंचायत जैथरा इस आवेदन का जवाब कितनी गंभीरता और ईमानदारी से देती है। यह भी स्पष्ट होगा कि पिछले 2 वर्षों में किए गए विकास कार्यों में कितनी पारदर्शिता और ईमानदारी बरती गई है।