आगरा: नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार्जशीट दाखिल होने के विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने आगरा में उग्र प्रदर्शन किया। भाजयुमो महानगर आगरा के अध्यक्ष शैलू पंडित के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने राजा मंडी स्थित कांग्रेस कार्यालय के सामने सोनिया गांधी और राहुल गांधी का पुतला फूंका।
प्रदर्शन के दौरान भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। भाजयुमो अध्यक्ष शैलू पंडित ने नेशनल हेराल्ड को कांग्रेस का “भ्रष्टाचार मॉडल” करार देते हुए कहा कि कांग्रेस ने 90 करोड़ रुपये का कर्ज माफ करके एक यंग इंडियन कंपनी को महज 50 लाख रुपये में 2000 करोड़ रुपये की संपत्ति दे दी, जिसमें गांधी परिवार की 76 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि कांग्रेस पार्टी को अखबार का कर्ज माफ करना ही था, तो नेशनल हेराल्ड की मूल कंपनी एसोसिएट जर्नल्स का कर्ज सीधे क्यों नहीं माफ किया गया? इसके लिए एक नई कंपनी क्यों बनाई गई?
शैलू पंडित ने राहुल गांधी पर यंग इंडिया कंपनी बनाकर युवाओं को ठगने का आरोप लगाते हुए सोनिया गांधी और राहुल गांधी से नैतिक आधार पर इस्तीफे की मांग की। भाजयुमो ब्रज क्षेत्र मंत्री गौरव राजावत ने कांग्रेस शासित राज्यों द्वारा नेशनल हेराल्ड को दिए जाने वाले विज्ञापनों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड अब नियमित रूप से नहीं छपता है, फिर भी कांग्रेस शासित राज्य सरकारों द्वारा उसे जमकर विज्ञापन दिए जाते हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां दैनिक रूप से छपने वाले अखबारों को सरकारी विज्ञापन कम मिलता है, जबकि नेशनल हेराल्ड को ज्यादा विज्ञापन मिलते हैं। उन्होंने कांग्रेस पर नेशनल हेराल्ड को “एटीएम” बनाने का आरोप लगाया।
भाजपा महानगर आगरा के अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता ने कांग्रेस से सवाल किया कि उन्हें बताना चाहिए कि उनके द्वारा शासित राज्यों की सरकारों ने कब-कब और कितना पैसा विज्ञापन खर्च के रूप में नेशनल हेराल्ड को दिया है। उन्होंने कहा कि जो अखबार नियमित रूप से नहीं छपता है, उसे दैनिक अखबारों से कम विज्ञापन देना भ्रष्टाचार मॉडल की तरफ इशारा करता है।
पुतला दहन कार्यक्रम में भाजयुमो के सैकड़ों कार्यकर्ता और भाजपा पदाधिकारी शामिल हुए, जिनमें महामंत्री संचित कुलश्रेष्ठ, मनीष साहू, उपाध्यक्ष अजय वशिष्ठ, गोविन्द कुशवाह, लक्की दीक्षित, मंत्री अतुल अवस्थी, सचिन प्रधान, सदस्य मनीष गौतम, मोहित पाण्डेय और मंडल अध्यक्ष नितिन गौतम प्रमुख थे।