विजिलेंस ने सदर तहसील से रंगे हाथों भ्रष्ट कर्मचारी को किया गिरफ्तार
बीएलओ की ड्यूटी के नाम पर मांग रहा था अध्यापक से पैसे
आगरा । आगरा की तहसील सदर आजकल भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियों में छाई हुई है। पिछले दिनों लेखपाल भीमसेन की गाड़ी से 10 लख रुपए का मामला अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है उसके बाद लेखपाल के गुर्गे ने महिला से ₹30000 लेने का मामला फिर सुर्खियों में आया लेकिन इन दोनों मामलों में ही अभी तक कोई कठोर कार्रवाई होती नहीं दिख रही है। इसी बीच बुधवार को फिर एक बार विजिलेंस ने चुनाव में बीएलओ की ड्यूटी लगाने वाले नलकूप विभाग के कर्मचारी को रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़ लिया जिससे पूरी तहसील में हड़कंप मच गया।
लेखपाल भीमसेन के द्वारा 10 लाख रुपए रिश्वत लिए जाने के मामले में विजिलेंस ने अभी जांच पूरी नहीं की है वही एक महिला से ₹30000 लेने के मामले में भी लेखपाल के गुर्गे के खिलाफ अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की है अलावा इसके बुधवार को चुनाव कार्यालय में तैनात नलकूप विभाग के कर्मचारी गिरजेश नागर को अध्यापक की शिकायत पर विजिलेंस ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है।
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यह कर्मचारी कई साल से अपने मूल विभाग से चुनाव कार्यालय में अटैच किया हुआ है जो कि आए दिन चुनाव में ड्यूटी लगाने के नाम पर विभिन्न विभागों के कर्मचारियों से रिश्वत मांगता था। बिजनेस में जैसे ही इस कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़ा वैसे ही पूरी तहसील मैं हड़कंप मच गया। सूत्रों की माने तो तहसील में अभी कई लेखपाल एवं कर्मचारियों पर विजिलेंस की नजर है जो कभी भी भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई कर सकती है।
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अब देखना होगा कि इस मामले में विजिलेंस और कितने भ्रष्ट कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करती है। फिलहाल तहसील में लेखपाल भीमसेन एवं 30000 के मामले में अभी तहसील प्रशासन के साथ-साथ विजिलेंस भी सख्त एवं शीघ्र कार्रवाई करती दिखाई नहीं दे रही है। जिसके चलते लगातार सदर तहसील में भ्रष्टाचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं।