आगरा: समाज में बदलाव की नींव महिलाओं के मजबूत हौसलों से ही पड़ती है। इसी विचार को साकार करते हुए आशियाना महिला समिति ने सोमवार, 19 मई 2025 को अपना 14वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। सदर स्थित आगरा क्लब में आयोजित इस गरिमामय कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट और प्रेरणादायक कार्य करने वाली 14 असाधारण महिलाओं को सम्मानित किया गया।
महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबिता सिंह चौहान थीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ऐसे मंचों की नितांत आवश्यकता है जो उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता की दिशा में सही मार्गदर्शन प्रदान करें। विशिष्ट अतिथि समाजसेविका मधु बघेल ने महिलाओं के अधिकारों और सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम
आशियाना महिला समिति की अध्यक्ष डॉ. सरोज प्रशांत ने संगठन के मुख्य लक्ष्य पर बात करते हुए कहा कि समिति महिलाओं को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण देकर उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. माया श्रीवास्तव ने बताया कि समाज के अलग-अलग वर्गों में उल्लेखनीय कार्य कर रही महिलाओं का चयन कर उन्हें सम्मानित किया गया है।
इन महिलाओं को मिला सम्मान
इस अवसर पर निम्नलिखित 14 महिलाओं को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया:
-आशा का अग्रदूत अवार्ड: डॉ. तब्सुम सुमानी, डॉ. स्तुति शर्मा। -निस्वार्थ सेवा सम्मान: डॉ. माया श्रीवास्तव। -एंजेल ऑफ वाइट कोट कैटेगरी अवार्ड: डॉ. अभिलाषा प्रकाश, डॉ. अरुणा प्रकाश, डॉ. कविता भटनागर, डॉ. अल्पना अग्रवाल, डॉ. आशा चोपड़ा, डॉ. प्रतिभा गुप्ता। -विंग्स ऑफ इंडिपेंडेंस अवार्ड (आत्मनिर्भर महिलाएं): अंजनी अग्रवाल, रूबी वर्मा, वंदना चुनेजा, कमला देवी, रजनी।
कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम के दौरान समिति की सचिव मंजू मित्तल ने बीते वर्ष की गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम का कुशल संचालन मनोज बल ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रमिला चावला ने दिया। इस अवसर पर शारदा गुप्ता, बीना पोद्दार, अर्निमा भार्गव, सीमा शर्मा, इंदु जैन, आरती मल्होत्रा, रश्मि रायजादा सहित शहर की कई वरिष्ठ और गणमान्य महिलाएं उपस्थित रहीं, जिन्होंने सम्मानित महिलाओं का उत्साहवर्धन किया। यह कार्यक्रम महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।