आगरा: संत निरंकारी मिशन ने वेस्ट अर्जुन नगर स्थित निरंकारी सत्संग भवन में भक्ति पर्व का आयोजन किया, जिसमें भक्तों ने एकजुट होकर गुरुमत का पालन करने और प्रेम तथा एकता की भावना को बढ़ावा देने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में ज्ञान प्रचारक महात्मा अमन महेंद्रू ने अपने आशीर्वचनों में कहा, “जब ज्ञान जीवन में ढल जाता है तब भक्ति को आधार मिल जाता है।” उन्होंने बताया कि प्रेम और गुरुमत के माध्यम से ही हम जीवन को भक्तिमय बना सकते हैं। महात्मा ने सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के संदेश को उद्धृत करते हुए बताया कि वे हमें निराकार प्रभु से साक्षात्कार करवा रहे हैं, जिससे जीवन में वैर, ईर्ष्या, निंदा और अभिमान का स्थान नहीं रहता।
ज्ञान प्रचारक अमन महेंद्रू ने आगे कहा कि सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज ने विनम्रता और एकता की भावना को अपनाने की शिक्षा दी है। उन्होंने बताया कि गुरमत के मार्ग पर चलने वाले भक्त कभी किसी को चोट नहीं पहुंचाते और अपने हृदय में सभी के प्रति सत्कार और प्यार जागृत कर पाते हैं। ऐसे भक्तों के घर में हमेशा ईश्वर का वास रहता है।
इस अवसर पर आगरा जोनल इंचार्ज एच. के. अरोरा ने सभी भक्तों का स्वागत किया और संत संतोख जी के जीवन पर प्रकाश डाला। मिशन के सेवादल ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के समापन पर सभी ने लंगर प्रसाद ग्रहण किया और गुरुमत के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
यह भक्ति पर्व, जो सामूहिक ध्यान और प्रेम का आयोजन था, समाज में शांति, एकता और सद्भावना की भावना को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।