मेरठ:| उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में परतापुर के मैदान में आयोजित शिव महापुराण कथा के दौरान आज भगदड़ मच गई, जिसमें चार महिलाओं के घायल होने की सूचना है। प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा आयोजित इस कथा के अंतिम दिन यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। इस घटना ने आयोजन स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या हुआ?
जानकारी के अनुसार, शिव महापुराण कथा का आयोजन पिछले पांच दिनों से चल रहा था और आज इसका अंतिम दिन था। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। बताया जा रहा है कि गेट नंबर 1 पर अचानक भगदड़ मच गई, जिसके चलते चार महिलाएं घायल हो गईं। मौके पर मौजूद लोगों ने स्थिति को संभालने की कोशिश की और घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। समाचार लिखे जाने तक किसी भी घायल की हालत नाजुक नहीं बताई जा रही है और सभी खतरे से बाहर हैं।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कथा के अंतिम दिन इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए पुलिस और प्रशासन द्वारा पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई थी। इस घटना के बाद आयोजन स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आयोजकों और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। हालांकि, अभी तक अधिकारियों की ओर से घटना पर कोई आधिकारिक बयान या जानकारी जारी नहीं की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और घटना के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
स्थानीय लोगों की भूमिका
इस घटना के दौरान आसपास के गांवों के लोगों ने भी मौके पर पहुंचकर घायलों की मदद की और स्थिति को नियंत्रित करने में सहयोग दिया। उनके इस मानवीय रवैये की सराहना की जा रही है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस और प्रशासन अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि भगदड़ किन कारणों से मची और क्या आयोजन स्थल पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था थी या नहीं। इस घटना के बाद भविष्य में ऐसे आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।