आगरा: उ.प्र. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने आगरा के अंतर्राज्यीय बस अड्डे (आईएसबीटी) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान, आईएसबीटी परिसर में सफाई की स्थिति और शौचालयों की हालत देखकर उन्होंने स्टेशन प्रभारी और कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई।
अध्यक्ष डॉ. चौहान के आईएसबीटी परिसर पहुंचने पर स्टेशन के कर्मचारियों और अधिकारियों में भगदड़ मच गई। सबसे पहले उन्होंने आईएसबीटी परिसर में स्थित सामुदायिक शौचालय का निरीक्षण किया, जहां गंदगी का अंबार था। शौचालय की साफ-सफाई के मानकों का पालन न होने पर उन्होंने स्टेशन प्रभारी से जवाब तलब किया और कर्मचारियों को तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने का निर्देश दिया।
महिलाओं के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था की जाए
डॉ. चौहान ने स्पष्ट निर्देश दिया कि महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था की जाए और उच्च स्तर की साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं के लिए अलग से शौचालय बनाए जाएं। महिला यात्रियों की सुरक्षा और स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सामुदायिक स्थानों पर पिंक टॉयलेट्स और वेंडिंग मशीन की व्यवस्था की जाने की बात कही।
इसके बाद, उन्होंने महिला यात्रियों से बातचीत की और उनके द्वारा उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। डॉ. चौहान ने संपूर्ण परिसर और कार्यालयों का भी निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए।
इंसीरेटर मशीन का उद्घाटन और महिला कल्याण के लिए किए गए प्रयास
अध्यक्ष डॉ. चौहान के निरीक्षण का दूसरा भाग जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) आगरा पंचकुईया में हुआ। यहां, ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के 10 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में कल्याणम फाउंडेशन द्वारा स्थापित इंसीरेटर मशीन का उद्घाटन किया गया। डॉ. चौहान ने इंसीरेटर मशीन का बटन दबाकर इसका शुभारंभ किया और संस्थान में मौजूद शिक्षिकाओं और छात्राओं से संवाद किया।
उन्होंने कहा कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि ‘कल्याणम फाउंडेशन’ ने बेटियों को स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण प्रदान करने के लिए यह मशीन स्थापित की है। डॉ. चौहान ने कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव आ रहा है, और अब सामाजिक संस्थाएं भी महिला कल्याण की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं।
शौचालय की गंदगी पर की कड़ी आपत्ति
डॉ. चौहान ने डाइट परिसर में भी शौचालय का निरीक्षण किया, जहां उन्हें गंदगी मिली। डाइट परिसर में केवल एक ही शौचालय था और उसमें भी सफाई की स्थिति बहुत खराब थी। इसके साथ ही, शौचालय में वेंडिंग मशीन भी नहीं लगी थी। डॉ. चौहान ने मौके पर उपस्थित डाइट के प्राचार्य को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि शिक्षिकाओं और छात्राओं की बड़ी संख्या के बावजूद शौचालय की यह स्थिति बिल्कुल अस्वीकार्य है।
उन्होंने प्राचार्य को तुरंत शौचालय की सफाई सुधारने, सेनेटरी नेपकिन वेंडिंग मशीन लगाने और शौचालयों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
महिला कल्याण की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे
डॉ. चौहान ने इस निरीक्षण के दौरान महिला यात्रियों और छात्रों के लिए बेहतर सुविधाओं का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि महिला आयोग हमेशा महिलाओं के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के लिए कार्य करता रहेगा। उनके नेतृत्व में महिलाओं के लिए सफाई, सुरक्षा और अन्य सुविधाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
इस निरीक्षण के बाद, आईएसबीटी और डाइट परिसर में महिलाओं के लिए स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण की दिशा में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं।