Agra, फतेहाबाद: अक्सर पुलिस का नाम सुनते ही लोगों के मन में सख्ती और मुकदमेबाजी की छवि उभरती है, लेकिन फतेहाबाद के थाना डौकी पुलिस ने एक ऐसा सराहनीय कार्य किया है, जिसने इस सोच को बदल दिया है। डौकी के इंस्पेक्टर योगेश कुमार और उनकी टीम ने एक परिवार की 20 साल पुरानी आपसी दुश्मनी को खत्म करके बिखरे हुए रिश्तों को फिर से जोड़ दिया।
क्या था मामला?
दरअसल, यह विवाद एक सेवानिवृत्त शिक्षक और उनके तीन बेटों के बीच जमीन के बंटवारे को लेकर था। यह झगड़ा इतने सालों से चल रहा था कि परिवार के सदस्य एक-दूसरे की शक्ल तक देखना पसंद नहीं करते थे। इस मामले को सुलझाने के लिए गांव और समाज के लोगों ने कई पंचायतें कीं, लेकिन सभी कोशिशें नाकाम रहीं।
पुलिस ने निभाया ‘कुटुंब व्यवस्थापक’ का रोल
डौकी इंस्पेक्टर योगेश कुमार, सीनियर सब इंस्पेक्टर देवेंद्र चौधरी और सब इंस्पेक्टर मोहित, शुभम कुमार, अंजलि, योगेंद्र सिंह, कमल किशोर ने इस मामले को सुलझाने का बीड़ा उठाया। पुलिस ने न तो कोई मुकदमा दर्ज किया और न ही किसी एक पक्ष का साथ दिया। रात 3 बजे तक थाने में दोनों पक्षों को बैठाकर बातचीत की गई। पुलिस ने धैर्यपूर्वक उन्हें समझाया और सच्चाई तथा न्याय का रास्ता दिखाया।
रिश्ते जीते, मुकदमा हारा
पुलिस की लगातार कोशिशों का यह नतीजा निकला कि पिता और बेटों के बीच की खाई भर गई। बड़े बेटे ने अपने पिता के पैरों में झुककर माफी मांगी, और तीनों भाई आपस में गले मिलकर रोने लगे। पुलिस ने सभी को मिठाई खिलाकर इस भावनात्मक जीत का जश्न मनाया। गांववालों ने पुलिस की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि जहाँ समाज और पंचायतें असफल रहीं, वहाँ पुलिस ने इंसानियत और सूझबूझ से एक परिवार को टूटने से बचा लिया।