आगरा। अपराध की दुनिया में कभी-कभी ऐसी कहानियाँ सामने आती हैं जो फिल्मी पटकथा जैसी लगती हैं। ऐसी ही एक कहानी शुक्रवार को आगरा में देखने को मिली, जब फर्जी एसटीएफ अधिकारी बनकर कुछ युवकों ने वॉशिंग पाउडर व्यापारी का अपहरण कर लिया और 10 लाख रुपए की चौथ माँग डाली। लेकिन व्यापारी के भाई की सूझबूझ और पुलिस की तत्परता ने अपराधियों की योजना ध्वस्त कर दी। सहायक पुलिस आयुक्त अछनेरा गौरव सिंह के नेतृत्व में किरावली पुलिस ने महज चार घंटे में इस सनसनीखेज मामले का खुलासा कर दो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।मार्केटिंग के नाम पर रची अपहरण की साजिश : टेढ़ी बगिया, बजरंग नगर निवासी अनिल की तन्वी हांडा नाम से वॉशिंग पाउडर फैक्ट्री है। शुक्रवार दोपहर उसके परिचित अभिषेक गुप्ता निवासी शिव नगर, बल्केश्वर, मार्केटिंग के बहाने अनिल को धौलपुर (राजस्थान) ले गया। वहाँ पहले से मौजूद मानवेन्द्र सिंह निवासी गोकुल नगर नरायच और अन्य साथियों ने अनिल को गाड़ी में डाल लिया। नकली पिस्टल दिखाकर अनिल से मारपीट की गई और परिजनों को फोन कर दस लाख रुपए की फिरौती माँगी गई। एसटीएफ अधिकारी बनकर किया धमकाने का खेल : युवकों ने खुद को एसटीएफ बताकर व्यापारी के परिजनों को दहशत में डाल दिया। फोन पर लगातार लोकेशन बदलते रहे—पहले सैंया बुलाया, फिर अछनेरा और अंत में किरावली। घबराए परिजन इधर-उधर भटकते रहे और शुरू में इनको असली अधिकारी समझ बैठे। लेकिन व्यापारी का भाई रामू आरोपियों की चाल समझ गया और उसने कंट्रोल रूम को सूचना दी।
एसीपी की निगरानी में किरावली पुलिस की घेराबंदी
सहायक पुलिस आयुक्त अछनेरा गौरव सिंह ने खुद पूरे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग की। थाना प्रभारी नीरज कुमार की टीम ने वायरलेस पर मिली सूचना के आधार पर लैदर पार्क क्षेत्र में घेराबंदी की और घटना में प्रयुक्त इनोवा कार (UP80-DT-3977) समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मौके से दो आरोपी गिरीश कटारा और विपुल शर्मा फरार हो गए।
गिरफ्तार आरोपी 1. अभिषेक गुप्ता (23) पुत्र मुकेश गुप्ता, निवासी शिव नगर, बल्केश्वर थाना कमला नगर, आगरा 2. मानवेन्द्र सिंह (27) पुत्र राजेश सिंह, निवासी गोकुल नगर, नरायच थाना एत्माददौला, आगर
फरार आरोपी:गिरीश कटारा पुत्र दीनानाथ कटारा, निवासी न्यू आदर्श नगर, बल्केश्वर थाना कमला नगर, आगरा :विपुल शर्मा निवासी गंगागौरी बाग, बल्केश्वर थाना कमला नगर, आगरा
पूछताछ और बरामदगी :नकली पिस्टल,मोबाइल फोन (ओप्पो),इनोवा कार (UP80-DT-3977),पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभिषेक गुप्ता ने स्वीकार किया कि वह अनिल को जानता था और व्यापार में घाटा झेल रहा था। पैसों की तंगी के चलते उसने मानवेन्द्र, गिरीश और विपुल के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई थी। पहले दस लाख की माँग की गई थी, बाद में डेढ़ लाख में सौदा तय किया गया।
इनका कहना है।
“व्यापारी की पत्नी की तहरीर पर तत्काल कार्रवाई की गई। हमारी टीम ने महज चार घंटे में अपहरण की गुत्थी सुलझा ली। आरोपियों ने व्यापार में घाटे की भरपाई के लिए यह वारदात की थी।किरावली पुलिस की तत्परता से अपराधियों की साजिश नाकाम कर दी। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।
गौरव सिंह अछनेरा सहायक पुलिस आयुक्त