लखनऊ: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने अपने 100 साल पूरे होने के मौके पर समरस और संगठित हिन्दू समाज के निर्माण का संकल्प लिया। यह घोषणा बेंगलुरु में आयोजित अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के दौरान की गई, जिसमें संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. अशोक दुबे ने प्रेस वार्ता के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संघ की यात्रा में उसने समाज में विश्वास और स्नेह अर्जित किया है और संघ कार्यकर्ताओं ने समाज के विभिन्न वर्गों को साथ लेकर समरसता और सद्भावना का माहौल बनाया है।
संघ का शताब्दी वर्ष: श्रद्धांजलि और संकल्प
डॉ. अशोक दुबे ने कहा कि संघ कार्य की शताब्दी के अवसर पर हमें उन संतों और समाज की सज्जन शक्तियों का स्मरण करना चाहिए जिन्होंने हर परिस्थिति में संघ को आशीर्वाद और समर्थन दिया। साथ ही, जीवन समर्पित करने वाले कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों को भी श्रद्धांजलि दी गई। उन्होंने आगे कहा, “हम सभी प्रकार के मतभेदों को नकारने और समरसता युक्त आचरण के लिए संकल्पित हैं, ताकि एक ऐसा समाज खड़ा किया जा सके जो पर्यावरण पूरक जीवनशैली और नागरिक कर्तव्यों के प्रति प्रतिबद्ध हो।”
उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने सभी स्वयंसेवकों से आह्वान किया है कि सज्जन शक्ति के नेतृत्व में समृद्ध और संगठित भारत बनाने के लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा, जो विश्व में उदाहरण प्रस्तुत करे।
संघ के 100 वर्ष पूरे होने पर विशेष कार्यक्रम
डॉ. दुबे ने आगे बताया कि आगामी विजयादशमी को संघ के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में हर गांव, नगर और बस्ती में गृह संपर्क और हिन्दू सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत प्रमुख नागरिक गोष्ठियाँ, सामाजिक सद्भाव बैठकें, शैक्षिक संस्थानों के युवाओं के लिए विकेंद्रित कार्यक्रम आदि आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि संघ का उद्देश्य पंच परिवर्तन के माध्यम से समरस और संगठित हिन्दू समाज का निर्माण करना है।
बांग्लादेश में हिन्दू समाज के प्रति एकजुटता
प्रांत संघचालक सरदार स्वर्ण सिंह ने सभा में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिन्दू समाज और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ कट्टरपंथी तत्वों द्वारा हो रही हिंसा और उत्पीड़न की कड़ी निंदा की गई। सभा में बांग्लादेश के हिन्दू समाज के साथ एकजुटता की अपील की गई। प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि यह मानवाधिकार हनन का गंभीर मामला है जिसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उठाने की आवश्यकता है।
संघ की कार्य विस्तार की योजना
सरदार स्वर्ण सिंह ने बताया कि अवध प्रांत में संघ की शाखाओं का विस्तार हो रहा है। वर्तमान में प्रांत में 174 खंडों में शाखाएं हैं, जिनमें 569 बस्तियों में से 468 बस्तियों में शाखाएं कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त, 1815 मंडलों में से 1598 मंडलों में शाखाएं लगाई जा रही हैं। प्रांत में कुल 2021 स्थानों पर 3058 शाखाएं लगाई जा रही हैं।
होली मिलन समारोह का आयोजन
प्रेस वार्ता के बाद होली मिलन समारोह का आयोजन भी किया गया, जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचार प्रमुख सुभाष जी, राष्ट्रधर्म पत्रिका के निदेशक एवं सह क्षेत्र प्रचार प्रमुख मनोजकांत जी, और विश्व संवाद केंद्र प्रमुख डॉ. उमेश जी भी उपस्थित रहे।