आगरा। नगला सपेरा गांव में यमुना में डूबे दो बच्चों की दर्दनाक घटना को लेकर पूरे गांव में मातम का माहौल छाया हुआ है ।
बीती रात रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 10 वर्षीय सुजीत का शव बरामद कर लिया गया था, जबकि 11 वर्षीय अन्नू की तलाश आज सुबह से फिर शुरू कर दी गई है।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें यमुना के तेज बहाव में अन्नू को तलाशने में लगी हैं, लेकिन बढ़ा हुआ जलस्तर और बहाव की गति सर्च में लगातार बाधा बन रही है ।
बीती रात 12 बजे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन सुजीत तक पहुंच पाया, लेकिन अन्नू का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है ।
यह हादसा रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे हुआ था जब नगला सपेरा निवासी राज कुमार की पत्नी मीना यमुना किनारे लकड़ियां बीन रही थीं। उसी दौरान उसने बच्चों की चीख-पुकार सुनी और देखा कि चार बच्चे पानी में डूब रहे हैं। बिना समय गंवाए मीना ने बहादुरी दिखाते हुए वर्षा और सोनू को यमुना से बाहर निकाल लिया, लेकिन सुजीत और अन्नू को जब तक बचा पाती, वे पानी की गहराई में समा चुके थे ।
मीना के साहस की गांवभर में सराहना हो रही है, लेकिन दो मासूमों के गहरे पानी में चले जाने से गांव ग़मगीन है ।
सुजीत का शव मिलने के बाद परिवार में कोहराम मच गया ।
आज दूसरे दिन सुबह से अन्नू की तलाश एक बार फिर गोताखोरों और रेस्क्यू दल द्वारा शुरू की गई है ।
मौके पर पुलिस, प्रशासन और ग्रामीणों की भीड़ लगातार मौजूद है ।