अयोध्या धाम में प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में कर्मयोगेश्वर मंदिर, कर्मयोगी में हुई श्रीराम कथा का विश्राम
रावण अवध और श्रीराम राज्याभिषेक के बाद हुआ सुंदर कांड का पाठ, हवन में पूर्णाहुति के संग प्रसाद वितरण
आगरा। अयोध्या धाम में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में कर्मयोगी एनक्लेव वेलफेयर सोसायटी के संयोजन में सीताराम परिवार द्वारा आयोजित श्रीराम कथा का विश्राम रावण वध एवं राज्याभिषेक के साथ हुआ। इस अवसर पर सुंदर कांड का पाठ, हवन एवं प्रसादी वितरण भी किया गया।
कर्मयोगेश्वर मंदिर, कर्मयोगी एनक्लेव, कमला नगर में चल रही श्रीराम कथा के विश्राम दिवस पर कथा व्यास भरत उपाध्याय ने मेघनाथ वध, रावण वध और राम के राज्याभिषेक का प्रसंग वर्णित किया। उन्होंने कहा कि जीवन में यदि हम भी अपने हृदय भवन में सीताजी सहित श्रीराम को धारण कर लें तो जीवन सफल हो जाए। जो राम जी का कृपा पात्र बन जाता है उस पर संपूर्ण जगत ही कृपा बरसाता है।
हनुमान मंदिर, लंगड़े की चौकी के महंत गोपी गुरु ने कहा किसंसार में बुराई चाहे कितनी भी बड़ी क्यों न हो जाए वह अच्छाई के सामने टिक नहीं सकती। अच्छाई और सच्चाई की सदैव ही विजय होती है। पापियों के पाप का घड़ा आखिर भरता ही है। भगवान स्वयं पापियों का विनाश करते हैं, इसलिए व्यक्ति को सदैव सद्मार्ग पर चलना चाहिए।
मुख्य यजमान जीतू अग्रवाल और रिचा अग्रवाल ने कहा कि मानव जीवन पाया है तो मानव जीवन को साकार करने का एक मात्र सहारा राम का नाम ही है। राम चरित मानस भव्य अलौकिक और मानव जीवन का उद्धार करने के लिए है।