आगरा: रामीघड़ी (कुबेरपुर) में आज करणी सेना और अन्य क्षत्रिय दलों द्वारा आयोजित रक्त स्वाभिमान सम्मेलन में बड़ी संख्या में लोगों का जमावड़ा देखने को मिला। सम्मेलन में करणी सेना सहित विभिन्न क्षत्रिय संगठनों के कार्यकर्ताओं में भारी जोश और उत्साह साफ दिखाई दे रहा था। हालांकि, कार्यक्रम स्थल पर भारी पुलिस बल की तैनाती को देखकर युवा कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा।
जानकारी के अनुसार, रामीघड़ी में आयोजित इस सम्मेलन में क्षत्रिय समुदाय के लोग अपनी एकता और शक्ति का प्रदर्शन करने के लिए एकत्रित हुए थे। सम्मेलन में बड़ी संख्या में युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों ने भाग लिया। करणी सेना के पदाधिकारियों सहित अन्य क्षत्रिय दल के प्रमुख नेता भी इस दौरान मौजूद रहे।
लेकिन, कार्यक्रम स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती ने युवा कार्यकर्ताओं को आक्रोशित कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस की मौजूदगी से नाराज युवाओं ने रामजीलाल सुमन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी।
इतना ही नहीं, कुछ युवाओं ने पुलिस के सामने ही डंडे और तलवारें लहराकर अपनी ताकत का प्रदर्शन भी किया। रामजीलाल सुमन के प्रति क्षत्रिय युवा कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश देखा गया। हालांकि, नारेबाजी और हथियार लहराने के बावजूद किसी भी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
पुलिस प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया। एडिशनल कमिश्नर सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी रामीघड़ी कुबेरपुर पर मौजूद है। पुलिस प्रशासन द्वारा हर पल की स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में भारी पुलिस बल के साथ पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी) को भी तैनात किया गया है।
फिलहाल, स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है। पुलिस अधिकारी सम्मेलन के आयोजकों और कार्यकर्ताओं से बातचीत कर शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस प्रशासन इस स्थिति को किस प्रकार संभालता है और आगे कोई अप्रिय घटना घटित होती है या नहीं।
इस घटना ने एक बार फिर आगरा में विभिन्न समुदायों और संगठनों के शक्ति प्रदर्शन और पुलिस प्रशासन की तैयारियों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। भारी पुलिस बल की तैनाती के बावजूद युवाओं का इस प्रकार से आक्रोशित होकर नारेबाजी और हथियार लहराना चिंता का विषय है।