– गुरु पूर्णिमा सत्संग मेला में गुरुपूर्णिमा के दिन पंकज महाराज ने किये प्रवचन
मथुरा। जयगुरुदेव नाम योग साधना मन्दिर पर चल रहे गुरुपूर्णिमा सत्संग मेला में गुरुपूर्णिमा के दिन पंकज महाराज ने मन्दिर में गुरु महाराज का पूजन किया। अपने प्रवचन में संतों की महिमा, सृष्टि की रचना, सुरत शब्द की साधना और जयगुरुदेव नाम की महिमा को बताया। उन्होंने कहा कि अच्छे समाज के निर्माण के लिये वैचारिक परिवर्तन का आधार शाकाहार सदाचार और नशामुक्ति है। जिसका प्रचार प्रसार निरन्तर हम सभी प्रेमियों को करते रहना है। इसी से देश-दुनिया में परिवर्तन आयेगा। उन्होंने बताया कि इस संसार के मालिक काल प्रभु हैं। जो दुनिया के जीवों को फंसा करके रखे हैं।
संसार में यह बड़ी बिडम्बना है कि जो जीवों को मारता है, खाता है उसी की लोग पूजा कर रहे हैं। संत महापुरुष धरा भूमि पर आकर जीवों को समझाते हैं कि मनुष्य शरीर में उस प्रभु से मिलने का एक मात्र दरवाजा है। सुरत-शब्द, नाम भेद देकर उस दरवाजे को खोलने का भेद बताते हैं। हमारे गुरु महाराज बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने आवाज लगाया कि इन्सानों तुम मानव कर्म और धर्म को अपना लो। दादा गुरु पूज्यपाद स्वामी घूरेलाल जी महाराज के 77वें वार्षिक भण्डारा आगामी 28 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक जयगुरुदेव आश्रम मथुरा में मनाने जाने की घोषणा किया और उसमें सपरिवार भाग लेने का निमन्त्रण दिया।
गुरु पूर्णिमा पावन पर्व पर जयगुरुदेव नाम योग साधना मन्दिर में पंकज जी महाराज के पूजन के बाद श्रद्धालु भाई और बहनें अलग-अलग कतारों में लग करके अपने गुरु से दया, दुआ की याचना करते हुये देखे गये। पूजन का कार्यक्रम निरन्तर 12 जुलाई तक चलता रहेगा। मेला मैदान प्रेमियों से भरा हुआ था। लोग अपने घरों को वापस लौटने लगे।