एटा। जो सरकारी कर्मचारी जनता की सेवा के लिए नियुक्त किए जाते हैं, जब वही रिश्वतखोरी में लिप्त पाए जाएं तो यह व्यवस्था पर कलंक है। एटा की सदर तहसील में तैनात पेशकार राजकुमार को सतर्कता टीम ने 18 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़कर इस कलंकित परंपरा पर सीधा प्रहार किया है।
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता ने पेशकार की शिकायत सीधे लखनऊ मुख्यालय पर की थी। इसके बाद सतर्कता विभाग के टीम प्रभारी अनिल यादव के नेतृत्व में शुक्रवार को एटा पहुंची। जैसे ही पेशकार ने रिश्वत की रकम ली, टीम ने उसे मौके से पकड़ लिया।
गिरफ्तार पेशकार को टीम ने कड़ी सुरक्षा के बीच अपने साथ ले जाकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी। इस संबंध में पिलुआ थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
यह कार्रवाई केवल एक भ्रष्ट कर्मचारी के खिलाफ नहीं है, दफ्तरों में बैठे भ्रष्ट कर्मचारियों/ अधिकारियों लिए संदेश है कि भ्रष्टाचार का हर सौदा अब गिरफ्तारी की दस्तक बन सकता है।
