मेरठ: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करने वाले वाहन चालकों के लिए एक अप्रैल से टोल टैक्स में वृद्धि होने जा रही है। एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने इस बदलाव को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत टोल शुल्क में 5 से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी। यह बदलाव सोमवार रात 12 बजे से प्रभावी होगा। अब, गाजियाबाद जाने वाले वाहन चालकों को अधिक टोल टैक्स चुकाना होगा।
क्या होगा बदलाव?
मेरठ से सराय काले खां तक जाने वाले कार चालकों के लिए काशी (परतापुर) टोल प्लाजा पर टोल शुल्क में 5 रुपये का इजाफा किया गया है। पहले जहां 165 रुपये टोल लिया जाता था, अब इसे बढ़ाकर 170 रुपये कर दिया जाएगा। वहीं, दोनों तरफ का शुल्क 250 रुपये से बढ़कर 255 रुपये हो जाएगा। बस और ट्रक के लिए भी टोल शुल्क में 10 रुपये का इजाफा किया गया है।
एनएचएआई के आदेश के तहत लागू हुआ बदलाव
काशी टोल प्रभारी भूपेश त्यागी ने जानकारी दी कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के आदेश के अनुसार, सोमवार रात 12 बजे से इस एक्सप्रेस-वे पर टोल दरों में वृद्धि की जाएगी। एनएचएआई द्वारा प्रस्तावित 5 से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की मंजूरी 1 अप्रैल से लागू होगी।
कितना होगा टोल टैक्स?
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर फिलहाल टोल शुल्क 2.19 रुपये प्रति किलोमीटर है। इसके साथ ही, फास्ट टैग शुल्क में भी वृद्धि होगी। अब कार, जीप, दो एक्सल ट्रक और बसों पर पांच रुपये की वृद्धि होगी। तीन और चार एक्सल वाले ओवरसाइज वाहनों के लिए दोनों दिशाओं में पांच-पांच रुपये का इजाफा होगा।
पिछली बढ़ोतरी के मुकाबले कम वृद्धि
2022 में टोल टैक्स में 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी, जिसके बाद कारों के लिए 10 रुपये से 60 रुपये तक की वृद्धि की गई थी। इस बार बढ़ोत्तरी 5 से 10 प्रतिशत के बीच है, जो यात्रा करने वालों के लिए अपेक्षाकृत कम है।
टोल प्लाजा की सुविधाओं में कमी
जहां टोल शुल्क में बढ़ोत्तरी की जा रही है, वहीं कुछ टोल प्लाजा पर व्यवस्थाओं की कमी की खबरें भी आ रही हैं। उदाहरण के तौर पर बलरामपुर टोल प्लाजा पर प्राथमिक उपचार की कोई व्यवस्था नहीं है, और शौचालयों में पानी की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा, दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को खींचने के लिए क्रेन की भी कोई व्यवस्था नहीं है, जो यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
टोल वृद्धि का असर यात्रियों पर
इस वृद्धि के कारण यात्रियों को अधिक शुल्क चुकाना होगा, और टोल प्लाजा पर व्यवस्थाओं में सुधार की आवश्यकता भी महसूस हो रही है। हालांकि, टोल प्लाजा पर सुविधाओं को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इन मुद्दों को हल किया जाएगा।
इस तरह से 1 अप्रैल से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स बढ़ने से यात्रियों को महंगी यात्रा का सामना करना पड़ेगा, हालांकि यह बढ़ोतरी पहले की तुलना में कम है। साथ ही, टोल प्लाजा पर सुविधाओं की कमी यात्रियों के लिए एक और चिंता का विषय बनी हुई है।