टीआरएस मॉल सीलिंग मामला: आवास विकास और बिल्डर के विवाद में फंसे दुकानदार, 7 दिन का ध्वस्तीकरण अल्टीमेटम

Laxman Sharma
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आगरा: टीआरएस मॉल में अवैध निर्माण पर आवास विकास परिषद का नोटिस, व्यापारियों का फूटा गुस्सा

बिल्डर संतोष गुप्ता पर धोखाधड़ी का आरोप, व्यापारियों ने आवास विकास के खिलाफ खोला मोर्चा; मुकदमे की तैयारी

आगरा: जगदीशपुरा रोड स्थित टीआरएस मॉल एक बार फिर विवादों के घेरे में है। आवास विकास परिषद ने मॉल में बनी 27 दुकानों पर ध्वस्तीकरण नोटिस चस्पा कर दिया है, जिसमें व्यापारियों को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। इस कार्रवाई से आक्रोशित व्यापारियों ने एकजुट होकर आवास विकास परिषद के खिलाफ सांकेतिक धरना दिया और नारेबाजी की। उनका आरोप है कि यह सारा विवाद बिल्डर और आवास विकास प्राधिकरण के बीच का है, जिसका खामियाजा दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है।

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क्या है पूरा मामला?

जानकारी के अनुसार, टीआरएस मॉल को दबंग बिल्डर संतोष गुप्ता ने बोदला स्थित जिस जमीन पर बनवाया है, उसकी कंपाउंडिंग नहीं कराई गई है। यह एक बड़ा कारण है कि आवास विकास परिषद इसे अवैध निर्माण मान रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि चस्पा किए गए नोटिस में कोई तारीख नहीं दी गई है, जिससे व्यापारियों में भ्रम और गुस्सा और बढ़ गया है।

पूर्व में भी हुआ था सीलिंग और उल्लंघन

यह पहली बार नहीं है जब टीआरएस मॉल विवादों में आया है। पूर्व में भी आवास विकास परिषद द्वारा संतोष गुप्ता द्वारा टीआरएस मॉल में बनाई गई दुकानों को सील किया गया था। तब भी बिल्डर संतोष गुप्ता ने दुकानों पर लगी सील के ताले तोड़कर आवास विकास परिषद के नियमों का उल्लंघन किया था। इससे स्पष्ट होता है कि यह बिल्डर पहले भी नियमों की अनदेखी करता रहा है।

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दबंग बिल्डर पर धोखाधड़ी का आरोप

व्यापारियों का कहना है कि बिल्डर संतोष गुप्ता ने उन्हें गुमराह कर टीआरएस मॉल में दुकानें बेची थीं। कई दुकानदारों ने इन दुकानों को खरीदने के लिए लोन लिया था या कर्ज उठाया था। अब जब दुकानों पर ध्वस्तीकरण का खतरा मंडरा रहा है, तो उनकी पूंजी फंस गई है और वे भविष्य को लेकर गहरे चिंतित हैं।

आवास विकास परिषद के खिलाफ व्यापारियों का मोर्चा

आवास विकास परिषद की कार्रवाई से नाराज व्यापारियों ने बुधवार को अपनी दुकानें बंद कर दीं और परिषद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि इस पूरे मामले में बिल्डर की गलती है, लेकिन उसका उत्पीड़न दुकानदारों का हो रहा है, जिन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई फंसाई है।

बिल्डर के खिलाफ होगा मुकदमा दर्ज

इस बीच, आवास विकास परिषद ने दबंग बिल्डर संतोष गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी है। परिषद का मानना है कि बिल्डर ने अवैध निर्माण के साथ-साथ सरकारी संपत्ति की सील तोड़ने जैसे गंभीर अपराध किए हैं।

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व्यापारियों के भविष्य पर सवाल

टीआरएस मॉल में दुकान खरीदने वाले ये व्यापारी अब गहरे कर्ज में डूब गए हैं। उनका भविष्य अधर में लटक गया है। उन्होंने चिंता जताई है कि यदि उनकी दुकानें चली जाती हैं और इस कारण कोई अप्रिय घटना होती है, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? यह मामला अब एक बड़े सामाजिक और कानूनी विवाद का रूप लेता दिख रहा है, जिसमें न्याय और जवाबदेही की मांग उठ रही है।

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