मथुरा, उत्तर प्रदेश: विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में पैसे लेकर वीआईपी दर्शन कराने के आरोप में दो बाउंसर्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए थे, जिनमें ये बाउंसर्स श्रद्धालुओं को वीआईपी प्रोटोकॉल में दर्शन कराते हुए नजर आ रहे थे। ये बाउंसर्स वीआईपी दर्शन से संबंधित जानकारियां भी सोशल मीडिया पर साझा कर रहे थे। यह पूरा गोरखधंधा माधव बाउंसर ग्रुप की तरफ से चलाया जा रहा था।
करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर से करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी हुई है। यहाँ रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुँचते हैं। कुछ श्रद्धालु ऐसे होते हैं जो लंबी लाइनों और भीड़भाड़ से बचने के लिए मनचाहा पैसा देकर वीआईपी तरीके से दर्शन करना चाहते हैं। इसी का फायदा उठाते हुए माधव बाउंसर ग्रुप ने श्रद्धालुओं से मोटी रकम लेकर उन्हें वीआईपी दर्शन करवाना शुरू कर दिया था।
वीडियो वायरल होने पर मंदिर प्रशासन हरकत में आया
इस बात का खुलासा तब हुआ जब बांके बिहारी मंदिर में वीआईपी दर्शन करवाते हुए इन बाउंसर्स के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। वीडियो वायरल होने के बाद मंदिर प्रशासन हरकत में आया और मामले की जांच की गई। जांच में पता चला कि ये लोग बिना किसी अनुमति के श्रद्धालुओं से पैसे लेकर दर्शन करवा रहे थे। जब मंदिर प्रबंधक मुनिश कुमार को इसकी जानकारी हुई, तो उन्होंने तुरंत थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
अलग-अलग सेवाओं के लिए मोटी रकम वसूलते थे बाउंसर्स
रिपोर्ट दर्ज करने के बाद मथुरा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्राइवेट कंपनी के दो बाउंसर्स को गिरफ्तार कर लिया है। ये बाउंसर्स वीआईपी दर्शन करवाने के नाम पर अलग-अलग तरह के चार्ज वसूला करते थे, जिसमें:
- एक बाउंसर के लिए 1000 रुपये
- महिला बाउंसर के लिए 1200 रुपये
- बंदूक धारी बाउंसर के लिए 1600 रुपये
इसके अतिरिक्त, अगर किसी को वीआईपी दर्शन करने थे, तो उसका 200 रुपये प्रति व्यक्ति चार्ज अलग से लिया जाता था। पुलिस अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है ताकि इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया जा सके।